मेरठ के मवाना थाना क्षेत्र के सठला गांव में बिना वर्दी दबिश देने गए पुलिसकर्मियों की ग्रामीणों द्वारा पिटाई का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद एसएसपी ने कड़ा रुख अपनाते हुए सब-इंस्पेक्टर सौरभ रावत और कांस्टेबल सुनील को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दोनों के खिलाफ विभागीय जांच एसपी देहात को सौंपी गई है। यह घटना दो दिन पहले हुई थी, जब सादे कपड़ों में दबिश देने गए दारोगा और सिपाही को ग्रामीणों ने घेर लिया। आरोप है कि पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता की गई और उन्हें निर्वस्त्र कर पीटा गया। इस प्रकरण ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने सठला चौकी पर सब-इंस्पेक्टर सुमित कुमार को तैनात किया है। इसके अतिरिक्त, मवाना कोतवाली में जितेंद्र सिंह को इंस्पेक्टर क्राइम के पद पर नियुक्त किया गया है। गांव में एक प्लाटून पीएसी और अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है ताकि भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। सूत्रों के अनुसार, इस पूरे प्रकरण में मवाना इंस्पेक्टर और मवाना सीओ की भूमिका की भी जांच की जा रही है। पर्यवेक्षण में लापरवाही पाए जाने पर इन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। घटना के बाद शुक्रवार को पुलिस ने गांव में सक्रियता बढ़ा दी। सीओ पंकज लावियाना और थाना प्रभारी पूनम जादौन ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों से शस्त्र लाइसेंस जमा कराए। साथ ही, तहसील प्रशासन की मौजूदगी में पेट्रोल पंप के सामने स्थित भूमि की पैमाइश की गई, जहां स्थायी पुलिस चौकी का निर्माण प्रस्तावित है। पुलिस का कहना है कि सठला गांव में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए यह कदम उठाए गए हैं। गांव में बढ़ी पुलिस सक्रियता को लेकर ग्रामीणों में चर्चाएं हैं, लेकिन प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अब किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


