किशनगंज के ठाकुरगंज थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन महिला शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से 35 बोतल विदेशी शराब जब्त की है। यह कार्रवाई ठाकुरगंज-किशनगंज मार्ग पर महानंदा पुल के पास की गई, जहां से शराब तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क संचालित हो रहा था। ठाकुरगंज थानाध्यक्ष मकसूद आलम अशर्फी के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम ने इस सफलता को अंजाम दिया। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ महिला तस्कर पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर से विदेशी शराब लेकर ठाकुरगंज के रास्ते कटिहार की ओर जा रही हैं। तस्कर अक्सर पुलिस की नजरों से बचने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल झोला-झपटी के तरीके से करते हैं। महानंदा पुल के आसपास निगरानी बढ़ा दी सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष ने एक टीम गठित कर महानंदा पुल के आसपास निगरानी बढ़ा दी। दोपहर के समय तीन संदिग्ध महिलाएं झोले लटकाए महानंदा पुल के पास खरना होते हुए रेलवे ट्रैक की ओर बढ़ती दिखीं। उनकी चाल-ढाल संदिग्ध लगने पर पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर ली। विभिन्न ब्रांडों की 35 बोतल विदेशी शराब बरामद तलाशी लेने पर उनके झोलों से विभिन्न ब्रांडों की 35 बोतल विदेशी शराब बरामद हुई। गिरफ्तार महिलाओं की पहचान सन्नो देवी, रीमा देवी और जिया देवी के रूप में हुई है, जो कटिहार जिले की निवासी हैं। प्रारंभिक पूछताछ में महिलाओं ने कबूल किया कि वे इस्लामपुर से शराब खरीदकर बिहार में ऊंचे दामों पर बेचने का धंधा कर रही थीं। थानाध्यक्ष मकसूद आलम अशर्फी ने बताया कि तीनों महिलाओं के खिलाफ मध्यनिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब उनके अन्य साथियों की तलाश में जुटी थानाध्यक्ष ने कहा, “शराब तस्करी के खिलाफ हमारी सतर्कता जारी है। तस्कर महिलाओं का सहारा लेकर कानून की कमजोरियों का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम ऐसी किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने देंगे।” पुलिस अब उनके अन्य साथियों की तलाश में जुटी है और संभावना है कि यह गिरोह सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय हो। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से सीमावर्ती जिलों, खासकर किशनगंज में, बंगाल से शराब की तस्करी के मामलों में वृद्धि देखी गई है। किशनगंज के ठाकुरगंज थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन महिला शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से 35 बोतल विदेशी शराब जब्त की है। यह कार्रवाई ठाकुरगंज-किशनगंज मार्ग पर महानंदा पुल के पास की गई, जहां से शराब तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क संचालित हो रहा था। ठाकुरगंज थानाध्यक्ष मकसूद आलम अशर्फी के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम ने इस सफलता को अंजाम दिया। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ महिला तस्कर पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर से विदेशी शराब लेकर ठाकुरगंज के रास्ते कटिहार की ओर जा रही हैं। तस्कर अक्सर पुलिस की नजरों से बचने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल झोला-झपटी के तरीके से करते हैं। महानंदा पुल के आसपास निगरानी बढ़ा दी सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष ने एक टीम गठित कर महानंदा पुल के आसपास निगरानी बढ़ा दी। दोपहर के समय तीन संदिग्ध महिलाएं झोले लटकाए महानंदा पुल के पास खरना होते हुए रेलवे ट्रैक की ओर बढ़ती दिखीं। उनकी चाल-ढाल संदिग्ध लगने पर पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर ली। विभिन्न ब्रांडों की 35 बोतल विदेशी शराब बरामद तलाशी लेने पर उनके झोलों से विभिन्न ब्रांडों की 35 बोतल विदेशी शराब बरामद हुई। गिरफ्तार महिलाओं की पहचान सन्नो देवी, रीमा देवी और जिया देवी के रूप में हुई है, जो कटिहार जिले की निवासी हैं। प्रारंभिक पूछताछ में महिलाओं ने कबूल किया कि वे इस्लामपुर से शराब खरीदकर बिहार में ऊंचे दामों पर बेचने का धंधा कर रही थीं। थानाध्यक्ष मकसूद आलम अशर्फी ने बताया कि तीनों महिलाओं के खिलाफ मध्यनिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब उनके अन्य साथियों की तलाश में जुटी थानाध्यक्ष ने कहा, “शराब तस्करी के खिलाफ हमारी सतर्कता जारी है। तस्कर महिलाओं का सहारा लेकर कानून की कमजोरियों का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम ऐसी किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने देंगे।” पुलिस अब उनके अन्य साथियों की तलाश में जुटी है और संभावना है कि यह गिरोह सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय हो। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से सीमावर्ती जिलों, खासकर किशनगंज में, बंगाल से शराब की तस्करी के मामलों में वृद्धि देखी गई है।


