नीमच जिला अस्पताल में लगातार मिल रही अव्यवस्थाओं और भ्रष्टाचार की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने शुक्रवार दोपहर को जिला अस्पताल के डिलीवरी वार्ड और शिशु वार्ड का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने अस्पताल की व्यवस्थाओं पर नाराजगी जाहिर करते हुए मेडिकल विभाग के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी। बैठने की उचित व्यवस्था करने के दिए निर्देश कलेक्टर ने मरीजों और उनके अटेंडरों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने परिसर में जितने भी टूटे हुए चबूतरे हैं, उनकी तत्काल मरम्मत करवाकर वहां कुर्सियां लगवाने को कहा, ताकि शिशु वार्ड में आने वाली महिलाओं को घंटों खड़ा न रहना पड़े। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि मरीजों को नंबर के आधार पर बुलाकर इलाज दिया जाए और अस्पताल की साफ-सफाई में किसी भी प्रकार का समझौता न हो। कलेक्टर बोले-परिजनों से रुपयों की मांग निरीक्षण के दौरान कलेक्टर चंद्रा ने रेफरल के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए डॉक्टरों को निर्देशित किया कि जो उपचार जिला अस्पताल में संभव है, वह यहीं किया जाए और छोटी-छोटी बातों पर मरीजों को अन्य शहरों के लिए रेफर न किया जाए। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि अस्पताल में किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधि या मरीजों और उनके परिजनों से रुपयों की मांग बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता से की स्टाफ की लापरवाही, पैसों की मांग की शिकायत की अपील कलेक्टर ने जनता से भी अपील की कि अगर कोई डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ लापरवाही करता है या पैसों की मांग करता है, तो तुरंत इसकी शिकायत करें, जिस पर त्वरित और सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, निरीक्षण के समय डॉक्टर अपने कार्यों के प्रति सजग और समय पर उपस्थित नजर आए। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव, एसडीएम संजीव साहू, सिविल सर्जन डॉ. महेंद्र पाटिल, मनीष यादव, दिनेश प्रसाद और जनसंपर्क अधिकारी जगदीश मालवीय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


