पटना के लोहानीपुर की बेटी समीक्षा रंजन को फॉरएवर स्टार इंडिया की ओर से मिस यूनिवर्स बिहार चुना गया है। सीजन-5 के आयोजन में उन्होंने यह जीत हासिल की। आयोजन 19 से 21 दिसंबर के बीच जयपुर में हुआ था। समीक्षा ने मेसरा रांची से MCA किया है और स्कूलिंग पटना से की, लेकिन उनकी रुचि पढ़ाई के अलावा कुछ अलग करने की रही। इस ब्यूटी कांपिटिशन के लिए उन्होंने अप्लाई किया और सभी चुनौतियों को पार कर आगे बढ़ती चली गईं। समीक्षा के पिता राजीव रंजन शिक्षक हैं और अभी रिटायर हुए हैं। इसके अलावा उनकी एक बहन हैं, जो यूनाइटेड नेशन पीस मिशन में काम कर रही हैं। MCA स्टूडेंट से लेकर मिस यूनिवर्स बिहार बनने तक के सफर को लेकर भास्कर ने समीक्षा रंजन से खास बातचीत की…। सवाल: आप सॉफ्टवेयर इंजीनियर है तो फिर इस फिल्ड में कैसे रुझान बढ़ा? जवाब: हमेशा से ही मेरे घर में पढ़ाई लिखाई का माहौल रहा है। मैं सॉफ्टवेयर डेवलपर हूं। मेरी हमेशा से कुछ अलग करने की इच्छा थी। लोग कहते थे, ये करो वो मत करो। लेकिन मुझे अपनी पहचान और अंदर की आवाज सुनना था। मैं सभी लड़कियों से कहना चाहती हूं कि आप दूसरों की मत सुनिए। हमेशा अपने मन की कीजिए, क्योंकि एक ही जिन्दगी मिली है। आपको जो अच्छा लगता है, आप वो कीजिए। सवाल: आपको सिर्फ मॉडलिंग की क्यों अच्छा लगा? आपकी तो हाइट भी अच्छी है तो बॉस्केटबॉल या किसी दूसरे खेल में भी जा सकती थीं? जवाब: इस फील्ड को मैं अभी एक्सप्लोर कर रही हूं। अभी इस इंडस्ट्री में मेरा स्टार्टिंग हुआ है और मैं अच्छा फील कर रही हूं। आगे मैं दूसरे इंडस्ट्री में भी जा सकती हूं। सवाल: आपको कभी ऐसा नहीं लगा कि मैं इतनी सुंदर हूं तो क्या करूं? मॉडलिंग को लेकर आप क्या सोचती हैं? जवाब: लोग सोचते है कि ये मिस इंडिया, मस यूनिवर्स एक ब्यूटी प्रेजेंट और मॉडलिंग है। लेकिन जैसे-जैसे इस इंड में आगे बढ़ती गई, मुझे पता चला कि यह सिर्फ मॉडलिंग नहीं है, बल्कि ओवरऑल डेवलपमेंट है। पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, ग्रुमिंग, डिसिप्लिन और कंसिसटेंसी बेहद अहम है। जब हम दूसरे राज्यों की लड़कियों से मिले, उनसे बातचीत हुई तो पता चला कि मैं उनके मुकाबले कहां पर हूं और मैं कितना कुछ सीख सकती हूं। सवाल: आपका परिवार बिहार का मध्यवर्गीय परिवार है, पिता शिक्षक हैं, अभी रिटायर हुए। ऐसे में आपको इतना बड़ा सपना कैसे आया, किसी से प्रेरणा मिली आपको? जवाब: मैं सुष्मिता सेन का पॉडकास्ट देखती हूं और उनसे इंस्पायर होती हूं। मैं उनके सफर को देखती हूं, स्टडी करती हूं, यूट्यूब चैनल को देखती हूं तो काफी अच्छा लगता है। बतौर एक महिला वह कितना कुछ कर रही हैं। मुझे वहां से इंस्पिरेशन मिला। इसके साथ ही देश के प्रधानमंत्री मोदी जी से काफी प्रेरणा मुझे मिलती है। मैं उन सभी बैरियर को तोड़ना चाहती हूं तो महिलाओं के लिए समाज में बना हुआ है। सवाल: आपके परिवार में कौन कौन हैं, आपको परिवार से कितना सपोर्ट मिला? जवाब: मेरी मां का साल 2020 में स्वर्गवास हो गया था। मेरे पिता राजीव रंजन और बहन हैं, जो मुझे पूरा सपोर्ट करते हैं। उनके सपोर्ट से ही आज मैं इस मुकाम पर पहुंची हूं। आज अगर मां होती तो वह मेरी इस सफलता पर बहुत खुश होती। सवाल:अक्सर देखा जाता है कि शादी के बाद लड़कियों को पढ़ाई करने, जॉब करने से रोका जाता है। ऐसे परिवारों के बारे में क्या आप क्या सोचती हैं? जवाब: किसी भी बच्ची को कोई सबसे पहले सपोर्ट करने वाले हैं तो वो माता-पिता ही हैं। ऐसे में आप जब बच्चों पर भरोसा रखिए, उसे पढ़ाएं लिखाएं। आज का जमाना इतनी तेजी से बदल रहा है कि तो पुराने सोच को खत्म कर यह देखिए कि आज के दौर में आपकी बच्ची क्या क्या कर सकती है। ससुराल वालों को भी इसे समझना चाहिए, उनको सपोर्ट करना चाहिए। सवाल: आपको कोई महिला लीडर पसंद है? जवाब: मुझे मदर टेरेसा पसंद है। उनकी जो सेवा भाव है, तो सोसाइटी में चेंज का सोच से प्रेरणा मिलती है। सवाल: मदर टेरेसा ने जैसे गरीबों की सेवा किया, आपका कोई प्लान है कि आप भी कुछ पटना में ऐसा करें? जवाब: पिछले 3 हफ्ते से अपने पिता के साथ एक पॉडकास्ट शुरू की हूं। उसमें हम ब्यूटी प्रेसेंट पर चर्चा करते हैं। लड़कियां मॉडलिंग का सपना देखती हैं तो पैरेट्स उसे सिर्फ मॉडलिंग के तौर पर देखते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। यह पूरा ग्रूमिंग और ओवरऑल डेवलपमेंट है। पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, ग्रुमिंग, डिसिप्लिन और कंसिसटेंसी है। इससे शुद पर विश्वास बढ़ता है। आगे भी मैं इसे कई मंचों पर ले जाना चाहती हूं। सवाल: आप जब इस प्रतियोगिता में भाग लेने जा रही थी और अब जब जीतकर आई हैं, रिश्तेदारों का कैसे रिएक्शन था? जवाब: सोसायटी में ब्यूटी प्रेजेंट को नेगेटिव तरीके से देखा जाता है। खासकर पटना में मैंने भी यह महसूस किया है। जैसे ही मैंने यह क्राउन जीता, लोगों का नजरिया बदलने लगा। इससे यह भी साबित होता है कि जिसके पास कॉन्फिडेंस होता है, सासायटी उसी का सपोर्ट करती है। पटना के लोहानीपुर की बेटी समीक्षा रंजन को फॉरएवर स्टार इंडिया की ओर से मिस यूनिवर्स बिहार चुना गया है। सीजन-5 के आयोजन में उन्होंने यह जीत हासिल की। आयोजन 19 से 21 दिसंबर के बीच जयपुर में हुआ था। समीक्षा ने मेसरा रांची से MCA किया है और स्कूलिंग पटना से की, लेकिन उनकी रुचि पढ़ाई के अलावा कुछ अलग करने की रही। इस ब्यूटी कांपिटिशन के लिए उन्होंने अप्लाई किया और सभी चुनौतियों को पार कर आगे बढ़ती चली गईं। समीक्षा के पिता राजीव रंजन शिक्षक हैं और अभी रिटायर हुए हैं। इसके अलावा उनकी एक बहन हैं, जो यूनाइटेड नेशन पीस मिशन में काम कर रही हैं। MCA स्टूडेंट से लेकर मिस यूनिवर्स बिहार बनने तक के सफर को लेकर भास्कर ने समीक्षा रंजन से खास बातचीत की…। सवाल: आप सॉफ्टवेयर इंजीनियर है तो फिर इस फिल्ड में कैसे रुझान बढ़ा? जवाब: हमेशा से ही मेरे घर में पढ़ाई लिखाई का माहौल रहा है। मैं सॉफ्टवेयर डेवलपर हूं। मेरी हमेशा से कुछ अलग करने की इच्छा थी। लोग कहते थे, ये करो वो मत करो। लेकिन मुझे अपनी पहचान और अंदर की आवाज सुनना था। मैं सभी लड़कियों से कहना चाहती हूं कि आप दूसरों की मत सुनिए। हमेशा अपने मन की कीजिए, क्योंकि एक ही जिन्दगी मिली है। आपको जो अच्छा लगता है, आप वो कीजिए। सवाल: आपको सिर्फ मॉडलिंग की क्यों अच्छा लगा? आपकी तो हाइट भी अच्छी है तो बॉस्केटबॉल या किसी दूसरे खेल में भी जा सकती थीं? जवाब: इस फील्ड को मैं अभी एक्सप्लोर कर रही हूं। अभी इस इंडस्ट्री में मेरा स्टार्टिंग हुआ है और मैं अच्छा फील कर रही हूं। आगे मैं दूसरे इंडस्ट्री में भी जा सकती हूं। सवाल: आपको कभी ऐसा नहीं लगा कि मैं इतनी सुंदर हूं तो क्या करूं? मॉडलिंग को लेकर आप क्या सोचती हैं? जवाब: लोग सोचते है कि ये मिस इंडिया, मस यूनिवर्स एक ब्यूटी प्रेजेंट और मॉडलिंग है। लेकिन जैसे-जैसे इस इंड में आगे बढ़ती गई, मुझे पता चला कि यह सिर्फ मॉडलिंग नहीं है, बल्कि ओवरऑल डेवलपमेंट है। पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, ग्रुमिंग, डिसिप्लिन और कंसिसटेंसी बेहद अहम है। जब हम दूसरे राज्यों की लड़कियों से मिले, उनसे बातचीत हुई तो पता चला कि मैं उनके मुकाबले कहां पर हूं और मैं कितना कुछ सीख सकती हूं। सवाल: आपका परिवार बिहार का मध्यवर्गीय परिवार है, पिता शिक्षक हैं, अभी रिटायर हुए। ऐसे में आपको इतना बड़ा सपना कैसे आया, किसी से प्रेरणा मिली आपको? जवाब: मैं सुष्मिता सेन का पॉडकास्ट देखती हूं और उनसे इंस्पायर होती हूं। मैं उनके सफर को देखती हूं, स्टडी करती हूं, यूट्यूब चैनल को देखती हूं तो काफी अच्छा लगता है। बतौर एक महिला वह कितना कुछ कर रही हैं। मुझे वहां से इंस्पिरेशन मिला। इसके साथ ही देश के प्रधानमंत्री मोदी जी से काफी प्रेरणा मुझे मिलती है। मैं उन सभी बैरियर को तोड़ना चाहती हूं तो महिलाओं के लिए समाज में बना हुआ है। सवाल: आपके परिवार में कौन कौन हैं, आपको परिवार से कितना सपोर्ट मिला? जवाब: मेरी मां का साल 2020 में स्वर्गवास हो गया था। मेरे पिता राजीव रंजन और बहन हैं, जो मुझे पूरा सपोर्ट करते हैं। उनके सपोर्ट से ही आज मैं इस मुकाम पर पहुंची हूं। आज अगर मां होती तो वह मेरी इस सफलता पर बहुत खुश होती। सवाल:अक्सर देखा जाता है कि शादी के बाद लड़कियों को पढ़ाई करने, जॉब करने से रोका जाता है। ऐसे परिवारों के बारे में क्या आप क्या सोचती हैं? जवाब: किसी भी बच्ची को कोई सबसे पहले सपोर्ट करने वाले हैं तो वो माता-पिता ही हैं। ऐसे में आप जब बच्चों पर भरोसा रखिए, उसे पढ़ाएं लिखाएं। आज का जमाना इतनी तेजी से बदल रहा है कि तो पुराने सोच को खत्म कर यह देखिए कि आज के दौर में आपकी बच्ची क्या क्या कर सकती है। ससुराल वालों को भी इसे समझना चाहिए, उनको सपोर्ट करना चाहिए। सवाल: आपको कोई महिला लीडर पसंद है? जवाब: मुझे मदर टेरेसा पसंद है। उनकी जो सेवा भाव है, तो सोसाइटी में चेंज का सोच से प्रेरणा मिलती है। सवाल: मदर टेरेसा ने जैसे गरीबों की सेवा किया, आपका कोई प्लान है कि आप भी कुछ पटना में ऐसा करें? जवाब: पिछले 3 हफ्ते से अपने पिता के साथ एक पॉडकास्ट शुरू की हूं। उसमें हम ब्यूटी प्रेसेंट पर चर्चा करते हैं। लड़कियां मॉडलिंग का सपना देखती हैं तो पैरेट्स उसे सिर्फ मॉडलिंग के तौर पर देखते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। यह पूरा ग्रूमिंग और ओवरऑल डेवलपमेंट है। पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, ग्रुमिंग, डिसिप्लिन और कंसिसटेंसी है। इससे शुद पर विश्वास बढ़ता है। आगे भी मैं इसे कई मंचों पर ले जाना चाहती हूं। सवाल: आप जब इस प्रतियोगिता में भाग लेने जा रही थी और अब जब जीतकर आई हैं, रिश्तेदारों का कैसे रिएक्शन था? जवाब: सोसायटी में ब्यूटी प्रेजेंट को नेगेटिव तरीके से देखा जाता है। खासकर पटना में मैंने भी यह महसूस किया है। जैसे ही मैंने यह क्राउन जीता, लोगों का नजरिया बदलने लगा। इससे यह भी साबित होता है कि जिसके पास कॉन्फिडेंस होता है, सासायटी उसी का सपोर्ट करती है।


