पश्चिम चंपारण के पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार को पुलिस केंद्र, बेतिया में साप्ताहिक रैतिक परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने बुनियादी प्रशिक्षण केंद्र का भी विस्तृत भौतिक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य पुलिस बल की कार्यक्षमता, अनुशासन और प्रशिक्षण की गुणवत्ता का आकलन करना था। रैतिक परेड के दौरान, पुलिस अधीक्षक ने पुलिसकर्मियों और प्रशिक्षणरत सिपाहियों के पहनावे, अनुशासन, शारीरिक फिटनेस और परेड कौशल का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने ड्रिल, कदमताल, टर्निंग, सलामी और समन्वय का सूक्ष्म अवलोकन करते हुए सुधार के लिए आवश्यक बिंदुओं पर ध्यान दिलाया। निरीक्षण के दौरान, प्रशिक्षणरत सिपाहियों के फिजिकल ट्रेनिंग (पी.टी.) और परेड प्रदर्शन का भी अवलोकन किया गया। पुलिस अधीक्षक ने प्रशिक्षण में पाई गई त्रुटियों को इंगित करते हुए उनके सुधार के लिए निर्देश दिए। उन्होंने प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण की गुणवत्ता, अनुशासन और समयबद्धता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। पुलिस अधीक्षक ने प्रशिक्षणरत सिपाहियों को संबोधित करते हुए कहा कि शारीरिक दक्षता, अनुशासन और मानसिक दृढ़ता एक सफल पुलिसकर्मी की पहचान होती है। उन्होंने जवानों को नियमित अभ्यास, कर्तव्यनिष्ठा और सेवा-भाव से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उनके संबोधन से जवानों का मनोबल बढ़ा। इस निरीक्षण के दौरान संबंधित वरीय पदाधिकारी और प्रशिक्षण से जुड़े अधिकारी भी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों को पुलिस बल की कार्यकुशलता और जनता के प्रति उत्तरदायित्व को और अधिक मजबूत करने के निर्देश दिए गए। पश्चिम चंपारण के पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार को पुलिस केंद्र, बेतिया में साप्ताहिक रैतिक परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने बुनियादी प्रशिक्षण केंद्र का भी विस्तृत भौतिक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य पुलिस बल की कार्यक्षमता, अनुशासन और प्रशिक्षण की गुणवत्ता का आकलन करना था। रैतिक परेड के दौरान, पुलिस अधीक्षक ने पुलिसकर्मियों और प्रशिक्षणरत सिपाहियों के पहनावे, अनुशासन, शारीरिक फिटनेस और परेड कौशल का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने ड्रिल, कदमताल, टर्निंग, सलामी और समन्वय का सूक्ष्म अवलोकन करते हुए सुधार के लिए आवश्यक बिंदुओं पर ध्यान दिलाया। निरीक्षण के दौरान, प्रशिक्षणरत सिपाहियों के फिजिकल ट्रेनिंग (पी.टी.) और परेड प्रदर्शन का भी अवलोकन किया गया। पुलिस अधीक्षक ने प्रशिक्षण में पाई गई त्रुटियों को इंगित करते हुए उनके सुधार के लिए निर्देश दिए। उन्होंने प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण की गुणवत्ता, अनुशासन और समयबद्धता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। पुलिस अधीक्षक ने प्रशिक्षणरत सिपाहियों को संबोधित करते हुए कहा कि शारीरिक दक्षता, अनुशासन और मानसिक दृढ़ता एक सफल पुलिसकर्मी की पहचान होती है। उन्होंने जवानों को नियमित अभ्यास, कर्तव्यनिष्ठा और सेवा-भाव से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उनके संबोधन से जवानों का मनोबल बढ़ा। इस निरीक्षण के दौरान संबंधित वरीय पदाधिकारी और प्रशिक्षण से जुड़े अधिकारी भी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों को पुलिस बल की कार्यकुशलता और जनता के प्रति उत्तरदायित्व को और अधिक मजबूत करने के निर्देश दिए गए।


