जालंधर के शाहकोट का युवक शरणदीप कुछ दिन पहले तरनतारन के रास्ते पाकिस्तान की सीमा पार कर गया था। फिलहाल वह पाकिस्तान पुलिस की कस्टडी में है। उसे भारत वापस लाने के लिए जल्द ही पाकिस्तान की अदालत में केस दायर किया जाएगा। उसके पक्ष में एक पाकिस्तानी वकील अदालत में दलील रखेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में उसकी भारत वापसी हो सकेगी। युवक को भारत वापस भेजने में पाकिस्तान के समाजसेवी नासिर ढिल्लों की अहम भूमिका रहने वाली है। इस संबंध में उन्होंने एक वीडियो जारी कर जानकारी दी है। नासिर ढिल्लों ने वीडियो में 4 अहम बातें बताईं – 1. अमेरिका में बैठे दोस्त ने किया संपर्क नासिर ढिल्लों ने बताया कि शरणदीप सिंह कुछ दिन पहले सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गया था, जहां रेंजर्स ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बॉबी सिद्धू नाम का उनका दोस्त अमेरिका में रहता है और वह इसी युवक के गांव का है। उसी ने इस मामले में उनसे संपर्क किया और पूरी जानकारी दी। 2. पहले भी पाकिस्तान का युवक भारत आया था ढिल्लों ने बताया कि 6 साल पहले कसूर का रहने वाला मुबशर मुबारक नाम का एक युवक घरवालों से नाराज होकर भारत की सीमा पार कर आया था। उसे बीएसएफ ने पकड़ लिया था।पूछताछ में कुछ संदिग्ध न मिलने पर उसे स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया और उस पर एफआईआर दर्ज हुई। उसकी मां बहुत रोती थी। इसके बाद पंजाब के पत्रकारों से संपर्क कर उसकी मां का इंटरव्यू करवाया गया। खैहरा साहब से बात कर वकील किया गया और लख्खा सिधाना और मक्कड़ सहित कई लोगों ने उसकी रिहाई के लिए मुहिम चलाई। करीब 6 महीने में वह युवक अपने देश लौट गया। 3. जांच में सामने आया कि गलती से सीमा पार हुई इसी तरह शरणदीप के मामले में भी रेंजर्स ने पूरी जांच कर ली है। जांच में सामने आया है कि वह गलती से सीमा पार कर गया था। इसके बाद उसे स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया और कसूर थाने में एफआईआर दर्ज हुई। शरणदीप के गांव वालों ने अमेरिका में मौजूद हमारे दोस्त से संपर्क किया। इसके बाद बहराम बाजवा, जो एक लॉ फर्म चलाते हैं, को वकील नियुक्त किया गया है। अब उसका केस मजबूती से पेश किया जाएगा और जल्द भारत भेजने की कोशिश की जाएगी। 4. पाकिस्तान का अच्छा चेहरा दिखाना चाहते हैं नासिर ढिल्लों ने कहा कि हम राह बनाना चाहते हैं और नरमी पैदा करना चाहते हैं। हम नफरत नहीं फैलाना चाहते। हम पाकिस्तान का एक अच्छा चेहरा दुनिया के सामने रखना चाहते हैं। उन्होंने बाजवा साहब का धन्यवाद किया, जिन्होंने यह केस लड़ने की हिम्मत दिखाई। पिता बेटे के पाकिस्तान पहुंचने पर क्या बोले, 3 प्वाइंटों में जाने नशे का आदी है युवक शरणदीप के पिता सतनाम सिंह ने बताया कि उनका बेटा नशे का आदी है। कुछ दिन पहले वह अन्य युवकों के साथ घर से चला गया था। परिवार ने रिश्तेदारियों में तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। पहले भी वह नशे के कारण किसी के घर रुक जाता था, इसलिए शुरुआत में चिंता नहीं हुई। 8 दिसंबर को शिकायत दी जब शरणदीप रिश्तेदारों और दोस्तों के यहां नहीं मिला, तो परिवार ने 8 दिसंबर को शाहकोट पुलिस थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद जिस युवक के साथ वह गया था, उससे संपर्क किया गया। पहले उसने 5-6 दिन तक कोई जानकारी नहीं दी, लेकिन बाद में बताया कि वह शरणदीप को बॉर्डर के पास छोड़कर आया था। पहले भी जेल जा चुका है युवक परिवार के मुताबिक, कुछ समय पहले मलसियां में हुए झगड़े के एक मामले में शरणदीप जेल भी गया था। पहले वह कपूरथला जेल में बंद रहा है।
पाकिस्तान पहुंचे शरणदीप को भारत लाने के लिए कानूनी लड़ाई:अमेरिका में बैठे व्यक्ति ने किया प्रयास, वकील ने केस लड़ने को तैयार


