मुंगेर में नकली सिगरेट के बड़े रैकेट का पर्दाफाश:85.50 लाख नकद-हथियार बरामद, तीन गिरफ्तार; आईटीसी फैक्ट्री से जुड़ा है कनेक्शन

मुंगेर में नकली सिगरेट के बड़े रैकेट का पर्दाफाश:85.50 लाख नकद-हथियार बरामद, तीन गिरफ्तार; आईटीसी फैक्ट्री से जुड़ा है कनेक्शन

मुंगेर पुलिस ने एक बार फिर नकली सिगरेट के अवैध कारोबार का बड़ा खुलासा करते हुए जिले में सक्रिय एक संगठित रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि भारी मात्रा में नकली सिगरेट निर्माण से जुड़ा सामान, नकद राशि और अवैध हथियार बरामद किए गए हैं। पुलिस की इस बड़ी सफलता से अवैध कारोबार से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है। पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वासुदेवपुर थाना क्षेत्र के नयागांव निवासी मो. तौफीक और मो. अकबर द्वारा अपने घर और गोदाम में नकली सिगरेट बनाने और बेचने का अवैध कारोबार संचालित किए जाने की गुप्त सूचना मिली थी। साथ ही यह भी सूचना थी कि उनके पास अवैध हथियार भी मौजूद हैं। एसडीपीओ के नेतृत्व में छापेमारी सूचना के सत्यापन के बाद सदर एसडीपीओ अभिषेक आनंद के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम में प्रशिक्षु डीएसपी अभिषेक चौबे, जिला आसूचना इकाई के अधिकारी और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में नयागांव स्थित मो. अकबर के घर और गोदाम में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान पुलिस को नकली सिगरेट निर्माण और पैकेजिंग से जुड़ा भारी मात्रा में सामान मिला, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह कोई छोटा कारोबार नहीं बल्कि एक संगठित सिंडिकेट है। 85.50 लाख नकद सहित भारी मात्रा में सामान बरामद पुलिस ने छापेमारी के दौरान 3800 विभिन्न ब्रांडों के खाली सिगरेट डब्बे, 900 पैकिंग पेपर, 17 रोल सिगरेट पेपर, 85 लाख 50 हजार रुपये नकद, चार देशी पिस्टल, 20 जिंदा कारतूस, दो मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। इतनी बड़ी नकदी की बरामदगी से पुलिस को शक है कि यह रकम नकली सिगरेट के लंबे समय से चल रहे अवैध कारोबार से अर्जित की गई है। तीन आरोपी गिरफ्तार, सिंडिकेट के और नाम आए सामने इस छापेमारी में मो. अकबर, मो. तौफीक और उनके सिंडिकेट में शामिल मो. मुकीर को गिरफ्तार किया गया है। एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में इस अवैध कारोबार से जुड़े करीब 10 लोगों के नाम सामने आए हैं, जो मुंगेर, भागलपुर और अन्य जिलों के निवासी हैं। सभी की भूमिका की जांच की जा रही है और आगे और गिरफ्तारियां संभव हैं। आईटीसी फैक्ट्री से जुड़ा है कनेक्शन एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि गिरफ्तार मो. अकबर पिछले तीन वर्षों से मुंगेर स्थित आईटीसी सिगरेट फैक्ट्री में वेंडर के रूप में कार्यरत था। इसी का फायदा उठाकर वह फैक्ट्री से रॉ मटेरियल और पैकिंग सामग्री अवैध तरीके से बाहर निकलवाता था। इसके बाद अपने भाई मो. तौफीक की मदद से नकली सिगरेट तैयार कर बाजार में खपाता था। बिहार से उड़ीसा तक फैला था कारोबार पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों भाई मिलकर बिहार के कई जिलों के अलावा उड़ीसा राज्य तक नकली सिगरेट का नेटवर्क फैला चुके थे। यह कारोबार पिछले चार वर्षों से लगातार चल रहा था और इससे भारी मुनाफा कमाया जा रहा था। नकली सिगरेट के साथ हथियारों का भी धंधा छापेमारी में बरामद हथियारों को लेकर एसपी ने बताया कि यह जांच का विषय है कि आरोपी नकली सिगरेट के साथ-साथ अवैध हथियारों का भी कारोबार कर रहे थे या नहीं। हथियारों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। वहीं बरामद नकद राशि की सूचना सेल्स टैक्स और जीएसटी विभाग को दे दी गई है। पहले की कार्रवाई से भी जुड़ सकते हैं तार एसपी ने बताया कि कुछ दिन पहले पूर्वी सराय थाना क्षेत्र के दिलावरपुर में भी नकली सिगरेट के खिलाफ छापेमारी की गई थी, जहां एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई थी। अब दोनों मामलों की कड़ी जोड़कर जांच की जा रही है, ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। अवैध कारोबारियों के खिलाफ सख्त संदेश पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नकली सिगरेट और अन्य अवैध कारोबार में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस का अभियान आगे भी जारी रहेगा और इस सिंडिकेट से जुड़े सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुंगेर पुलिस ने एक बार फिर नकली सिगरेट के अवैध कारोबार का बड़ा खुलासा करते हुए जिले में सक्रिय एक संगठित रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि भारी मात्रा में नकली सिगरेट निर्माण से जुड़ा सामान, नकद राशि और अवैध हथियार बरामद किए गए हैं। पुलिस की इस बड़ी सफलता से अवैध कारोबार से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है। पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वासुदेवपुर थाना क्षेत्र के नयागांव निवासी मो. तौफीक और मो. अकबर द्वारा अपने घर और गोदाम में नकली सिगरेट बनाने और बेचने का अवैध कारोबार संचालित किए जाने की गुप्त सूचना मिली थी। साथ ही यह भी सूचना थी कि उनके पास अवैध हथियार भी मौजूद हैं। एसडीपीओ के नेतृत्व में छापेमारी सूचना के सत्यापन के बाद सदर एसडीपीओ अभिषेक आनंद के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम में प्रशिक्षु डीएसपी अभिषेक चौबे, जिला आसूचना इकाई के अधिकारी और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में नयागांव स्थित मो. अकबर के घर और गोदाम में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान पुलिस को नकली सिगरेट निर्माण और पैकेजिंग से जुड़ा भारी मात्रा में सामान मिला, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह कोई छोटा कारोबार नहीं बल्कि एक संगठित सिंडिकेट है। 85.50 लाख नकद सहित भारी मात्रा में सामान बरामद पुलिस ने छापेमारी के दौरान 3800 विभिन्न ब्रांडों के खाली सिगरेट डब्बे, 900 पैकिंग पेपर, 17 रोल सिगरेट पेपर, 85 लाख 50 हजार रुपये नकद, चार देशी पिस्टल, 20 जिंदा कारतूस, दो मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। इतनी बड़ी नकदी की बरामदगी से पुलिस को शक है कि यह रकम नकली सिगरेट के लंबे समय से चल रहे अवैध कारोबार से अर्जित की गई है। तीन आरोपी गिरफ्तार, सिंडिकेट के और नाम आए सामने इस छापेमारी में मो. अकबर, मो. तौफीक और उनके सिंडिकेट में शामिल मो. मुकीर को गिरफ्तार किया गया है। एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में इस अवैध कारोबार से जुड़े करीब 10 लोगों के नाम सामने आए हैं, जो मुंगेर, भागलपुर और अन्य जिलों के निवासी हैं। सभी की भूमिका की जांच की जा रही है और आगे और गिरफ्तारियां संभव हैं। आईटीसी फैक्ट्री से जुड़ा है कनेक्शन एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि गिरफ्तार मो. अकबर पिछले तीन वर्षों से मुंगेर स्थित आईटीसी सिगरेट फैक्ट्री में वेंडर के रूप में कार्यरत था। इसी का फायदा उठाकर वह फैक्ट्री से रॉ मटेरियल और पैकिंग सामग्री अवैध तरीके से बाहर निकलवाता था। इसके बाद अपने भाई मो. तौफीक की मदद से नकली सिगरेट तैयार कर बाजार में खपाता था। बिहार से उड़ीसा तक फैला था कारोबार पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों भाई मिलकर बिहार के कई जिलों के अलावा उड़ीसा राज्य तक नकली सिगरेट का नेटवर्क फैला चुके थे। यह कारोबार पिछले चार वर्षों से लगातार चल रहा था और इससे भारी मुनाफा कमाया जा रहा था। नकली सिगरेट के साथ हथियारों का भी धंधा छापेमारी में बरामद हथियारों को लेकर एसपी ने बताया कि यह जांच का विषय है कि आरोपी नकली सिगरेट के साथ-साथ अवैध हथियारों का भी कारोबार कर रहे थे या नहीं। हथियारों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। वहीं बरामद नकद राशि की सूचना सेल्स टैक्स और जीएसटी विभाग को दे दी गई है। पहले की कार्रवाई से भी जुड़ सकते हैं तार एसपी ने बताया कि कुछ दिन पहले पूर्वी सराय थाना क्षेत्र के दिलावरपुर में भी नकली सिगरेट के खिलाफ छापेमारी की गई थी, जहां एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई थी। अब दोनों मामलों की कड़ी जोड़कर जांच की जा रही है, ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। अवैध कारोबारियों के खिलाफ सख्त संदेश पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नकली सिगरेट और अन्य अवैध कारोबार में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस का अभियान आगे भी जारी रहेगा और इस सिंडिकेट से जुड़े सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।  

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