वर्ल्ड अपडेट्स:यूक्रेन का ब्रिटिश मिसाइलों से रूस की तेल रिफाइनरी पर हमला, यहां से रूसी सेना को फ्यूल सप्लाई होती है

वर्ल्ड अपडेट्स:यूक्रेन का ब्रिटिश मिसाइलों से रूस की तेल रिफाइनरी पर हमला, यहां से रूसी सेना को फ्यूल सप्लाई होती है

यूक्रेन ने कहा है कि उसने रूस की एक बड़ी तेल रिफाइनरी पर ब्रिटेन की स्टॉर्म शैडो मिसाइलों से हमला किया है। यूक्रेनी सेना के मुताबिक यह हमला रूस के रोस्तोव इलाके में स्थित नोवोशाख्तिंस्क तेल रिफाइनरी पर किया गया। यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने बताया कि रिफाइनरी में कई जोरदार धमाके हुए। अधिकारियों ने कहा कि यह रिफाइनरी दक्षिणी रूस में तेल उत्पादों की बड़ी सप्लायर थी और यहां से रूसी सेना को डीजल और जेट ईंधन भेजा जाता था, जिसका इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में हो रहा था। यूक्रेन को पिछले साल ब्रिटेन ने इजाजत दी थी कि वह स्टॉर्म शैडो मिसाइलों का इस्तेमाल रूस के अंदर भी कर सकता है। इसके बाद नवंबर में पहली बार इन मिसाइलों से हमला किया गया था। इसके अलावा यूक्रेन ने अपने बनाए हुए लंबी दूरी के ड्रोन से भी रूस के एनर्जी ठिकानों को निशाना बनाया है। इन ड्रोन हमलों में क्रास्नोदार इलाके के टेमरयुक बंदरगाह पर तेल के टैंक और ओरेनबुर्ग में एक गैस प्रोसेसिंग प्लांट पर हमला किया गया। ओरेनबुर्ग का यह प्लांट यूक्रेन की सीमा से करीब 1,400 किलोमीटर दूर है। रूस के अधिकारियों ने कहा कि टेमरयुक बंदरगाह पर ड्रोन हमले के बाद दो तेल टैंकों में आग लग गई। पिछले कुछ महीनों में यूक्रेन और रूस दोनों ही एक-दूसरे के एनर्जी ठिकानों पर हमले बढ़ा चुके हैं। अगस्त से यूक्रेन ने रूस की तेल रिफाइनरियों और एनर्जी ढांचे को ज्यादा निशाना बनाना शुरू किया है, ताकि रूस की तेल से होने वाली कमाई को नुकसान पहुंचाया जा सके, क्योंकि यही पैसा उसके युद्ध खर्च का बड़ा हिस्सा है। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी अन्य बड़ी खबरें… पाकिस्तान के एटमी हथियार दुनिया के लिए खतरा:दस्तावेजों से खुलासा- पुतिन ने 24 साल पहले जॉर्ज बुश को आगाह किया था रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साल 2001 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश से अपनी पहली मुलाकात के दौरान पाकिस्तान को लेकर चिंता जताई थी। पुतिन ने कहा था कि पाकिस्तान असल में एक सैन्य शासन यानी जुंटा है, जिसके पास परमाणु हथियार हैं। यह कोई लोकतांत्रिक देश नहीं है। पुतिन के मुताबिक, इसके बावजूद पश्चिमी देश पाकिस्तान की आलोचना नहीं करते, जो चिंता की बात है। उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए। दोनों नेता पाकिस्तान के अंदरूनी हालात, राजनीतिक अस्थिरता और परमाणु कमांड सिस्टम को लेकर चिंतित थे। उन्हें डर था कि अगर हालात बिगड़े तो परमाणु तकनीक गलत हाथों में जा सकती है। यह जानकारी दोनों के बीच 2001 से 2008 के दौरान हुई बातचीत के डीक्लासिफाइड दस्तावेज सामने आए हैं। ये दस्तावेज अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी आर्काइव ने सूचना के अधिकार कानून के तहत जारी किए हैं। पढ़ें पूरी खबर… अमेरिका की नाइजीरिया में ISIS के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक:ट्रम्प बोले- मारे गए आतंकियों को क्रिसमस की बधाई, ये ईसाइयों की हत्या कर रहे अमेरिका ने गुरुवार रात नाइजीरिया में आतंकी संगठन ISIS के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। राष्ट्रपति ट्रम्प ने सोशल मीडिया पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। ट्रम्प का आरोप है कि यहां ISIS ईसाइयों को निशाना बनाकर बेरहमी से हत्या कर रहा है। उन्होंने ISIS आतंकियों को ‘आतंकी कचरा’ बताते हुए लिखा कि यह संगठन लंबे समय से निर्दोष ईसाइयों की हत्या कर रहा है। ट्रम्प के मुताबिक इस ऑपरेशन में अमेरिकी सेना ने कई परफेक्ट स्ट्राइक कीं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ किया कि अमेरिका ‘कट्टर इस्लामी आतंकवाद को पनपने नहीं देगा।’ पोस्ट के अंत में ट्रम्प लिखा- सभी को क्रिसमस की बधाई, मारे गए आतंकियों को भी। अगर ईसाइयों की हत्याएं जारी रहीं, तो आगे और भी आतंकी मारे जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर… म्यांमार से वेनेजुएला तक दुनियाभर में दखल दे रहा अमेरिका:कहीं राष्ट्रपति को हटाने के लिए वॉरशिप तैनात किए, तो कहीं 50% टैरिफ लगाया अमेरिका हाल के सालों में कई देशों के चुनाव और सत्ता में सीधे दखल देता नजर आ रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की लीडरशिप में अमेरिका कहीं अपने पसंदीदा नेताओं को जिताने की कोशिश कर रहा है, तो कहीं सरकारें गिराने के लिए सैन्य और आर्थिक ताकत का इस्तेमाल कर रहा है। इसके लिए वो अलग-अलग हथकंडे भी अपना रहा है। ट्रम्प सरकार ने दूसरे देशों पर दबाव बनाने के लिए कही वॉरशिप तैनात किए हैं, कहीं भारी भरकम टैरिफ की मदद ली है। पढ़ें पूरी खबर…

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