जंगल में शिकार के दौरान भरमार बंदूक की नाल फटी, हुई मौत; 7 आरोपी गिरफ्तार

जंगल में शिकार के दौरान भरमार बंदूक की नाल फटी, हुई मौत; 7 आरोपी गिरफ्तार

MP News: मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के बेगमगंज से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां आदिवासी गांव रमपुरा में मंगलवार की शाम करीब 6 से 7 बजे के बीच खेत पर गए एक आदिवासी युवक की गोली लगने से संदिग्ध मौत होने की बात करते हुए मृतक के परिजनों द्वारा घटना की जानकारी दी गई थी, लेकिन मामला संदिग्ध होने पर पुलिस ने गहनता से पड़ताल की तो घटना की सच्चाई कुछ और ही निकली।

खरगोश का शिकार करने गए थे जंगल

थाना प्रभारी राजीव उइके ने बताया कि मृतक एवं उसका भाई वीरेंद्र सिंह एवं अन्य 6 साथी जंगल में खरगोश का शिकार करने गए थे। मृतक वृंदावन सिंह ने अपनी भरमार बंदूक से खरगोश पर गोली चलाते समय बंदूक की नाल फटने से स्वयं गंभीर रूप से घायल हो गया था, लेकिन अधिक रक्तस्राव होने से जब उसकी मौत हो गई उसका भाई वीरेंद्र सिंह मोटरसाइकिल पर लेकर उसे डेढ बजे रात को सिविल अस्पताल बेगमगंज पहुंचा और मनगढंत कहानी गढ़ कर घटना से घटना से पुलिस का ध्यान भटकाने की कोशिश की, लेकिन एसडीओपी आलोक श्रीवास्तव एवं थानाप्रभारी राजीव उइके की गहन छानबीन के बाद मामले का खुलासा हुआ।

भरमार बंदूक से चलाई थी गोली

एसडीओपी आलोक श्रीवास्तव ने बताया घटना स्थल पर एक भरमार बंदूक मिली है और उसकी नाल भी वहीं पर फटी पड़ी मिली है। मृतक ने भरमार बंदूक से खरगोश पर गोली चलाई थी और बंदूक की नाल फटने से उसकी गोली के छरें लगने से उसकी मौत हो गई। सभी एंगिल पर जांच करने और गहनता से पूछ ताछ करे पर मामले का खुलासा हो गया। पुलिस ने शिकार के आरोपियों को हिरासत में लिया है

घटना की जानकारी के संबंध में पहले उसके मंझले भाई वीरेंद्र सिंह ठाकुर ने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया था कि उसने वीरेंद्र को घर पर नहीं पाकर खेत पर जाकर देखा, जहां वह मृत पड़ा था। उसे सिविल अस्पताल रात डेढ़ बजे लेकर पहुंचे और पुलिस को को सूचना दी।

बताया जा रहा है कि मृतक की पुत्र एवं एक पुत्री है और सागर जिले के सुर्खी के पास हफसीलि में उसकी ससुराल है। मृतक का बुधवार की सुबह पोस्टमार्टम किया गया। जिसमें गोली के छर्रे लगने से उसके शरीर के अंदर एक गोली का पॉइंट पसली और गुर्दे के बीच में पाया गया तो दूसरा पॉइंट पेट से होकर गुप्तांग के पास से होकर निकलना बताया गया है। अधिक रक्तस्राव के कारण उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी।

इन आरोपियों को किया गिरफ्तार

पुलिस ने वीरेंद्र पिता करण सिंह आदिवासी, सुनील पिता तखत सिंह, अमित पिता माधव, धनराज पिता मंगलरू चैनसिंह पिता बाबूलाल, मोनू पिता भगवान सिंह, सोनू पिता भगवान सिंह को गिरफ्तार किया है। मामले का खुलासा करने में एसडीओपी आलोक श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीआई राजीव उइ‌के, सुल्तानगंज टीआई श्यामराज हृक्षसह, बम्होरी थाना प्रभारी प्रीतम सिंह, सउनि अमृतलाल मालवीय, हरिओम चौबे, गणेश चौरसे, सुरेश तांडिलकर, संजय, गजेंद्र आदि की भूमिका रही।

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