Rabri Awas: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी बंगले को लेकर एक बार फिर से सियासी पारा चढ़ गया है। बीजेपी ने ’10 सर्कुलर रोड’ स्थित सरकारी आवास को राबड़ी देवी द्वारा खाली करने का मुद्दा फिर से उठा दिया है। बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने लालू परिवार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वे टैक्स देने वालों के पैसे पर शानो-शौकत से रहने के आदी हो गए हैं और इसलिए कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। यही वजह है कि नोटिस मिलने के एक महीने बाद भी सरकारी बंगला अभी तक खाली नहीं किया गया है।
नीरज कुमार के तीखे सवाल
भाजपा प्रवक्ता नीरज कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर कर लालू यादव परिवार की मंशा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा, “राबड़ी देवी को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस मिले एक महीना हो गया, फिर भी वे क्यों नहीं मान रही हैं? क्या लालू परिवार खुद को कानून से ऊपर समझता है? क्या जनता की संपत्ति पर कब्जा जमाए रखना चाहता है लालू परिवार? जब बिहार की NDA सरकार ने वैकल्पिक आवास भी दे दिया, तो राबड़ी देवी की जिद क्या दर्शाती है? क्या जनता के पैसे पर, जनता के टैक्स के पैसे पर ऐश करने की आदत डाल चुका है लालू परिवार?”
विवाद की जड़: 10 सर्कुलर रोड बनाम 39 हार्डिंग रोड
बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने नवंबर 2025 में राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड स्थित बंगले को खाली करने का आधिकारिक नोटिस दिया था। सरकार का तर्क था कि नियमों के अनुसार, यह आवास अब उनके लिए अधिकृत नहीं है। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर, प्रशासन ने राबड़ी देवी को विधान परिषद में विपक्ष की नेता के तौर पर ’39 हार्डिंग रोड’ स्थित बंगला आवंटित किया था। अब बीजेपी का कहना है कि जब नया घर दे दिया गया है, तो पुराने बंगले से यह मोह समझ से परे है।
टैक्स देने वालों के पैसे का मुद्दा
इस बार बीजेपी भ्रष्टाचार और सरकारी फंड के दुरुपयोग के मुद्दों पर RJD को घेर रही है। नीरज कुमार का तर्क है कि सरकारी आवास किसी नेता की निजी संपत्ति नहीं होती। नोटिस की अवधि खत्म होने के बाद भी वहां रहना सरकारी फंड का दुरुपयोग है, क्योंकि उस बंगले के रखरखाव पर सरकार का काफी खर्च होता है।
RJD ने बताया बदले की राजनीति
जब से यह नोटिस जारी हुआ है, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) इस मुद्दे पर बचाव के मोड में है। RJD नेताओं ने नीतीश-बीजेपी सरकार पर लालू परिवार को जानबूझकर परेशान करने के लिए सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। मंगनी लाल मंडल से लेकर रोहिणी आचार्य तक, कई RJD नेताओं ने इस मुद्दे पर बीजेपी-जदयू गठबंधन की कड़ी आलोचना की थी।


