शिवहर में महाराजा बिजली पासी की जयंती मनाई गई:समाज के लोगों ने लिया एकजुटता का संकल्प

शिवहर में महाराजा बिजली पासी की जयंती मनाई गई:समाज के लोगों ने लिया एकजुटता का संकल्प

शिवहर शहर के एक होटल में वीर शिरोमणि महाराजा बिजली पासी की जयंती समारोह श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता दिलीप चौधरी ने की, जबकि संचालन नरेश चौधरी द्वारा किया गया। इस अवसर पर न्यू अखिल भारतीय पासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष नथुनी चौधरी मूर्तिकार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने जनसमूह को संबोधित करते हुए महाराजा बिजली पासी के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला। नथुनी चौधरी ने बताया कि महाराजा बिजली पासी 12वीं शताब्दी के उत्तरार्ध के महान शासक थे। उन्होंने अवध क्षेत्र में बिजनौरगढ़ (बिजनौर) की स्थापना की थी और लगभग 12 किलोमीटर लंबे किले का निर्माण कराया था। उन्होंने आगे बताया कि महाराजा बिजली पासी का शासनकाल 1148 ईस्वी से 1184 ईस्वी के बीच माना जाता है और वे पृथ्वीराज चौहान के समकालीन थे। उनके शासनकाल में साहस, न्याय और जनकल्याण को सर्वोच्च स्थान प्राप्त था। कार्यक्रम में राजेश चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि समाज और संगठन को आगे बढ़ाने के लिए एकजुटता और संगठनात्मक मजबूती आवश्यक है। इस अवसर पर नंदकिशोर चौधरी, राजेंद्र चौधरी, महेश चौधरी, संतोष चौधरी, कृष्ण चौधरी, आनंद चौधरी और अमन कुमार सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे। शिवहर शहर के एक होटल में वीर शिरोमणि महाराजा बिजली पासी की जयंती समारोह श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता दिलीप चौधरी ने की, जबकि संचालन नरेश चौधरी द्वारा किया गया। इस अवसर पर न्यू अखिल भारतीय पासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष नथुनी चौधरी मूर्तिकार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने जनसमूह को संबोधित करते हुए महाराजा बिजली पासी के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला। नथुनी चौधरी ने बताया कि महाराजा बिजली पासी 12वीं शताब्दी के उत्तरार्ध के महान शासक थे। उन्होंने अवध क्षेत्र में बिजनौरगढ़ (बिजनौर) की स्थापना की थी और लगभग 12 किलोमीटर लंबे किले का निर्माण कराया था। उन्होंने आगे बताया कि महाराजा बिजली पासी का शासनकाल 1148 ईस्वी से 1184 ईस्वी के बीच माना जाता है और वे पृथ्वीराज चौहान के समकालीन थे। उनके शासनकाल में साहस, न्याय और जनकल्याण को सर्वोच्च स्थान प्राप्त था। कार्यक्रम में राजेश चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि समाज और संगठन को आगे बढ़ाने के लिए एकजुटता और संगठनात्मक मजबूती आवश्यक है। इस अवसर पर नंदकिशोर चौधरी, राजेंद्र चौधरी, महेश चौधरी, संतोष चौधरी, कृष्ण चौधरी, आनंद चौधरी और अमन कुमार सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे।  

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