Minor Girl Gang-Rape: राष्ट्रीय राजधानी में एक 13 साल की लड़की को पहले जबरन शराब पिलाई गई। इसके बाद उसके साथ दो युवकों ने बारी-बारी दुष्कर्म किया। गैंगरेप के बाद आरोपियों से चंगुल से छूटी पीड़िता किसी तरह अपने घर पहुंची। देर रात घर पहुंची 13 साल की बच्ची को नशे की हालत में देखकर परिजनों के होश फाख्ता हो गए। उन्होंने बेटी को जबरन शराब पिलाने का आरोप लगाकर पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया। जब पुलिस के पास पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट पहुंची तो उसे पढ़कर अधिकारियों की आंखें फटी रह गईं, क्योंकि मेडिकल रिपोर्ट में पीड़िता के शरीर में अल्कोहल मिलने के साथ ही गैंगरेप का जिक्र था।
पुलिस ने पीड़िता से पूछताछ की तो खुला राज
दिल्ली पुलिस के अनुसार, 13 साल की बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट देखकर पुलिस पीड़िता के घर पहुंची और मामले की जांच-पड़ताल शुरू की। पुलिस ने पहले परिजनों से पूछताछ की तो उन्होंने गैंगरेप की घटना से अनभिज्ञता जताई। इसके बाद पुलिस ने महिला कॉन्स्टेबल की मदद लेकर पीड़िता से अकेले में पूछताछ की। इसपर पीड़िता ने पूरी घटना का सच बता दिया। इसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया। इनमें से एक 26 साल का आरोपी बैंक कर्मचारी है, जबकि दूसरा 28 साल का आरोपी सैलून चलाता है।
मिलने के बहाने बुलाकर दो लोगों ने किया गैंगरेप
बाहरी उत्तरी जिले के डीसीपी हरेश्वर स्वामी ने बताया कि घटना समयपुर बादली क्षेत्र की है, जहां 20 दिसंबर को दो आरोपियों ने एक 13 साल की बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी सैलून संचालक ने उसे बैंक कर्मचारी से मिलने के लिए बुलाया था। जब वह सैलून संचालक के पास पहुंची तो वह उसे मुलाकात कराने के बहाने राजा विहार स्थित एक खाली घर में ले गया। वहां बैंक कर्मचारी पहले से मौजूद था। इसके बाद दोनों ने मिलकर उसे कमरे में बंद कर दिया और जबरन शराब पिलाई। जब पीड़िता शराब के नशे में आ गई तो दोनों ने बारी-बारी उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसे छोड़ दिया। इस दौरान धमकी दी कि अपना मुंह बंद रखे। वरना अंजाम बुरा होगा।
शराब के नशे में धुत होकर घर पहुंची थी नाबालिग
डीसीपी हरेश्वर स्वामी के अनुसार, पीड़िता को घर पहुंचने में देर होने पर परिजन परेशान थे। इसी बीच जब पीड़िता घर पहुंची तो वह शराब के नशे में धुत थी। यह देख परिजनों के होश उड़ गए और उन्होंने उससे पूछताछ की। ज्यादा नशे में होने के चलते पीड़िता ने जबरन शराब पिलाने की बात कही, लेकिन आरोपियों के नाम नहीं बता पाई। इसके बाद पुलिस ने उसका मेडिकल कराया तो उसमें गैंगरेप होने की पुष्टि हुई। हालांकि पीड़िता के पिता को इसकी जानकारी नहीं थी। इसीलिए शुरुआत में उन्होंने सिर्फ जबरन शराब पिलाने की शिकायत दी थी।
SIT ने शुरू की गैंगरेप मामले की जांच
डीसीपी ने बताया कि पीड़िता के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर समयपुर बादली थाने में BNS यानी भारतीय न्याय संहिता की धारा 70 और पॉक्सो (POCSO) एक्ट की धारा 6 के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई। इसके साथ एक SIT टीम का गठन कर आरोपियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया। डीसीपी हरेश्वर स्वामी के अनुसार, मामले की गंभीरता देखते हुए दोनों आरोपियों को तत्काल हिरासत में लिया गया। इसके साथ ही एसआईटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। आरोपी बैंक कर्मचारी जेजे कैंप का रहने वाला है। जबकि सैलून संचालक (मालिक) राजा विहार का रहने वाला है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एसआईटी जांच के दौरान मजबूत साक्ष्य जुटा रही है।


