राज्य सरकार ने तमिलनाडु के किसानों को बड़ी राहत दी है। भारी बारिश और तूफान से फसल नुकसान के बाद, कृषि मंत्री एमआरके पन्नीरसेल्वम ने बुधवार को 3.6 लाख किसानों के लिए 289.63 करोड़ रुपए की इनपुट सब्सिडी राहत सहायता मंजूर किए जाने की घोषणा की। यह कदम वर्ष 2024 के उत्तर-पूर्वी मानसून और जनवरी 2025 की तेज आंधी से प्रभावित किसानों के लिए उठाया गया है।
किसे मिलेगी राहत और कैसे तय हुई राशि?
राज्य सरकार ने जिलेवार कलक्टरों से राहत सहायता के लिए प्रस्ताव मंगवाए थे। जिन क्षेत्रों में 33 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति हुई, वहां का आकलन कर के सहायता राशि तय की गई। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 4.90 लाख एकड़ से अधिक कृषि फसल और 76,132 एकड़ बागवानी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। इसी आधार पर कुल 3.60 लाख किसानों को राहत राशि मंजूर की गई।
राहत राशि का वितरण और प्रक्रिया
राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष से मंजूर की गई 289.63 करोड़ रुपए की सहायता में से 2.80 लाख किसानों को भारी बारिश से नुकसान के लिए 254.38 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। वहीं, 80,383 बागवानी किसानों को 35.25 करोड़ रुपए प्रदान किए जाएंगे। कृषि मंत्री ने स्पष्ट किया कि राहत राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाएगी, जिससे सहायता तुरंत पहुंचेगी।
सरकार की योजना और भविष्य की प्रतिबद्धता
मंत्री एमआरके पन्नीरसेल्वम ने कहा कि राज्य सरकार की यह योजना जिलाधिकारियों की रिपोर्ट और राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष के दिशा-निर्देशों के अनुसार लागू की गई है। सरकार के इस कदम से किसानों को फसल बर्बादी के नुकसान की भरपाई में मदद मिलेगी। मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में भी किसानों को हर संभव सहायता दी जाएगी।
राहत सहायता का उद्देश्य और प्रभावित क्षेत्र
इस राहत सहायता का मुख्य उद्देश्य भारी बारिश और तूफान से प्रभावित किसानों को आर्थिक संबल देना है। 23 दिसंबर को इस संबंध में सरकारी आदेश जारी किया गया था, जिससे प्रभावित किसानों को त्वरित सहायता मिल सके।
राज्य सरकार के इस फैसले से तमिलनाडु के किसान राहत महसूस कर रहे हैं और उन्हें फसल नुकसान की भरपाई के लिए आर्थिक सहयोग मिल रहा है।



