शिवहर जिले में गुड गवर्नेंस सप्ताह के तहत एग्री स्टैक परियोजना के अंतर्गत किसान पंजीकरण कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में नवाचार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है, जिसके लिए ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान एवं जय अनुसंधान’ कृषक संगोष्ठी कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है। जिला कृषि पदाधिकारी प्रीति कुमारी ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से किसानों को आधुनिक तकनीक, उन्नत बीज और कृषि अनुसंधान के लाभों से अवगत कराया जा रहा है। इसका लक्ष्य जिले की कृषि व्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। कृषि पदाधिकारी ने जानकारी दी कि शिवहर में कृषकों का केवाईसी और एफ.आर. (फार्मर रजिस्ट्री) निबंधन पूर्ण हो गया है। उन्होंने शेष किसानों से आग्रह किया कि वे जल्द से जल्द कैंप में आकर या अपने हल्का कर्मचारी से संपर्क कर निबंधन प्रक्रिया पूरी करें, ताकि उन्हें प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की आगामी किस्तों का लाभ मिल सके। प्रीति कुमारी ने बताया कि एग्री स्टैक परियोजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी डिजिटल पहल है। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय कृषि क्षेत्र का आधुनिकीकरण करना और किसानों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना है। यह एक डिजिटल इकोसिस्टम है जो कृषि से संबंधित विभिन्न हितधारकों को एक साझा मंच पर लाता है। इस परियोजना के तहत प्रत्येक किसान की पहचान, भूमि रिकॉर्ड, आय, ऋण, फसल की जानकारी और बीमा इतिहास सहित एक व्यापक और केंद्रीकृत डिजिटल डेटाबेस (फार्मर रजिस्ट्री) बनाया जा रहा है। इसका एक अन्य लक्ष्य सरकारी योजनाओं, सब्सिडी और वित्तीय सहायता का लाभ सीधे और पारदर्शी तरीके से पात्र किसानों तक पहुंचाना है, जिससे धोखाधड़ी कम हो सके। यह नीति निर्माण, योजना कार्यान्वयन और प्राकृतिक आपदाओं (जैसे बाढ़, सूखा, कीट हमले) के दौरान त्वरित निर्णय लेने के लिए आवश्यक डेटा भी उपलब्ध कराएगा। शिवहर जिले में गुड गवर्नेंस सप्ताह के तहत एग्री स्टैक परियोजना के अंतर्गत किसान पंजीकरण कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में नवाचार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है, जिसके लिए ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान एवं जय अनुसंधान’ कृषक संगोष्ठी कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है। जिला कृषि पदाधिकारी प्रीति कुमारी ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से किसानों को आधुनिक तकनीक, उन्नत बीज और कृषि अनुसंधान के लाभों से अवगत कराया जा रहा है। इसका लक्ष्य जिले की कृषि व्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। कृषि पदाधिकारी ने जानकारी दी कि शिवहर में कृषकों का केवाईसी और एफ.आर. (फार्मर रजिस्ट्री) निबंधन पूर्ण हो गया है। उन्होंने शेष किसानों से आग्रह किया कि वे जल्द से जल्द कैंप में आकर या अपने हल्का कर्मचारी से संपर्क कर निबंधन प्रक्रिया पूरी करें, ताकि उन्हें प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की आगामी किस्तों का लाभ मिल सके। प्रीति कुमारी ने बताया कि एग्री स्टैक परियोजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी डिजिटल पहल है। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय कृषि क्षेत्र का आधुनिकीकरण करना और किसानों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना है। यह एक डिजिटल इकोसिस्टम है जो कृषि से संबंधित विभिन्न हितधारकों को एक साझा मंच पर लाता है। इस परियोजना के तहत प्रत्येक किसान की पहचान, भूमि रिकॉर्ड, आय, ऋण, फसल की जानकारी और बीमा इतिहास सहित एक व्यापक और केंद्रीकृत डिजिटल डेटाबेस (फार्मर रजिस्ट्री) बनाया जा रहा है। इसका एक अन्य लक्ष्य सरकारी योजनाओं, सब्सिडी और वित्तीय सहायता का लाभ सीधे और पारदर्शी तरीके से पात्र किसानों तक पहुंचाना है, जिससे धोखाधड़ी कम हो सके। यह नीति निर्माण, योजना कार्यान्वयन और प्राकृतिक आपदाओं (जैसे बाढ़, सूखा, कीट हमले) के दौरान त्वरित निर्णय लेने के लिए आवश्यक डेटा भी उपलब्ध कराएगा।


