पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती गुरुवार को भाजपा डिंडौरी जिला कार्यालय में मनाई गई। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर जयकारे लगाए। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष और पूर्व जिलाध्यक्ष ने अपने विचार व्यक्त किए। भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि यह कार्यक्रम बूथ स्तर पर भी आयोजित किया जा रहा है, ताकि लोग अटल जी के विचारों और सिद्धांतों के बारे में जान सकें। पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें केवल अटल जी को ही नहीं, बल्कि उनके विचारों और मूल्यों को भी याद रखना चाहिए। अटल ने गांवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा नरेंद्र राजपूत ने बताया कि 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में कार्य किया और फिर जनसंघ और भाजपा के माध्यम से राष्ट्र सेवा करते हुए भारतीय लोकतंत्र में एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व के रूप में स्थापित हुए। उन्होंने राजनीति की विचारधारा को समावेशी राष्ट्रीयता का स्वरूप दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्र निर्माण के लिए संवाद, विश्वास और सहभागिता आवश्यक तत्व हैं। उनके कार्यकाल में स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना ने देश को भौगोलिक रूप से जोड़ा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ने गांवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा, किसान फसल बीमा योजना ने किसानों को संबल प्रदान किया और दूरसंचार क्रांति ने भारत को डिजिटल भविष्य की ओर अग्रसर किया। राजपूत ने कहा कि ‘अटल स्मृति वर्ष’ हमें यह संकल्प दिलाता है कि राजनीति राष्ट्रसेवा और लोक कल्याण का साधन है। इस जयंती कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष चमरू सिंह नेताम, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष नरबदिया मरकाम, सपना जैन, महेश धूमकेती, मीडिया प्रभारी सुधीर दत्त तिवारी, मंडल अध्यक्ष आशीष वैश्य, पवन शर्मा सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।


