Winter Diet: सर्दी का मौसम आते ही बीमारियां तो दरवाजे पर दस्तक देने ही लगती हैं, इसके साथ ही उनका समाधान भी आ जाता है। जब बीमारी के साथ समाधान भी आ जाए तो किसको जरूरत है फिर डॉक्टर के पास जाने की? और सबसे बड़ी बात यह है कि किसी बीमारी के इलाज से बड़ा समाधान तो उसका बचाव होता है।
अब सर्दी का मौसम शुरू होते ही आपने अपने कपड़े बदल लिए, शरीर का रखरखाव भी बदल लिया और अपने घर का वातावरण भी बदल लिया, लेकिन जो नहीं बदला वह है आपकी थाली। मौसम के साथ अपने खान-पान में भी बदलाव उतना ही जरूरी है जितना कि अपनी सेहत का ख्याल रखना। तो आइए, डॉक्टर मनोज जांगिड़ से जानते हैं कि सर्दियों के मौसम में कौन सा आहार सबसे ज्यादा बढ़िया रहता है।
सर्दियों में कौन सा आहार सबसे बढ़िया?(Winter Diet)
सर्दियों का मौसम शुरू होते ही हमारे शरीर का संतुलन भी बिगड़ जाता है क्योंकि सर्दियों में हम ज्यादातर अंदर रहते हैं और जरूरत से ज्यादा खाने लगते हैं। ऐसा नहीं है कि सर्दियों में कम खाना चाहिए, लेकिन डॉक्टर का कहना है कि भले ही सर्दियों में ज्यादा खाने का मन करता हो, इसका यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि हम अनावश्यक और पोषक तत्वों से रहित खाना खाएं। सर्दियों में सब कहते हैं कि हरी सब्जी खाएं और बीमारी को दूर भगाएं, लेकिन अब हरी सब्जी भी कौन सी? सारी हरी सब्जियां अच्छी भी हों तो सबमें समान पोषक तत्व तो हो नहीं सकते। सर्दियों के मौसम में हमारी थाली में आवश्यक रूप से रहने वाले आहार, जो हर व्यक्ति की थाली में होने चाहिए, वे निम्न हैं:
- सरसों का साग- सरसों का साग आसानी से उपलब्ध होने वाली एक सब्जी है जो भारत में आसानी से मिल जाती है। यह पोषक तत्वों का खजाना होता है जिसमें विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। इस व्यंजन की स्थानीयता देखें तो यह पंजाब का प्रसिद्ध साग है जो मक्के की रोटी के साथ खाया जाता है। लेकिन हमारे सरसों के साग से मतलब सरसों के पत्तों से है जिनसे भुजिया, साग और अन्य कई तरह की सब्जियां बनती हैं।
- शकरकंद- सर्दियों के मौसम में शकरकंद के पोषक तत्वों का अपना स्थान है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। इसमें विटामिन ए और सी के साथ अधिक मात्रा में फाइबर होता है। इसके साथ ही शकरकंद में विटामिन बी6 और पोटेशियम होता है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है। इसमें विटामिन, फाइबर और बीटा कैरोटीन होता है, लेकिन इसको सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
- मूली- पत्तेदार सब्जियों में मूली अपना एक अलग स्थान रखती है। मूली में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं जो वजन कम करने में और शरीर को डिटॉक्स करने में सहायक होते हैं। इसलिए आपको सर्दियों के मौसम में मूली तो अपनी थाली में आवश्यक रूप से शामिल करनी ही चाहिए।
- मेथी- हरी मेथी खाने से शरीर में काफी बीमारियों के कम होने में सहायता मिलती है। मेथी के पत्तों में जो तत्व होते हैं, उनसे डायबिटीज नियंत्रण करने में मदद मिलती है। इसके अलावा इसकी पत्तियों में पर्याप्त मात्रा में आयरन होता है। सर्दियों में मेथी खाने से त्वचा में निखार आता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद मिलती है।
- बथुआ- बथुए को आयरन का सबसे बड़ा स्रोत माना गया है। लेकिन क्या आपको पता है कि बथुआ एक प्राकृतिक डिटॉक्सीफायर का काम करता है? यह हाई यूरिक एसिड वाले रोगियों के लिए रामबाण औषधि का काम करता है। आयुर्वेद में भी इस बात को माना गया है कि बथुआ कई रोगों में संजीवनी का काम करता है।


