नई शिक्षा नीति के तहत अब विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ हुनरमंद बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सांसद दामोदर अग्रवाल ने स्किल इंडिया मिशन को सफल बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि भीलवाड़ा जिले के समस्त राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा योजना को प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा। अग्रवाल बुधवार को शहर के एक निजी होटल में समग्र शिक्षा एवं स्माइल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय ‘क्षमतावर्धन कार्यशाला’ को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक शिक्षा न केवल रोजगार के द्वार खोलती है, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा भी देती है।
जरूरतमंद बालिकाओं के लिए स्कॉलरशिप की राह
अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक कल्पना शर्मा ने बताया कि जिले में व्यावसायिक शिक्षा ले रही ऐसी बालिकाएं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, लेकिन तकनीकी या व्यावसायिक क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपना करियर बनाना चाहती हैं, उनके लिए यह कार्यशाला मील का पत्थर साबित होगी। स्माइल फाउंडेशन के माध्यम से इन बालिकाओं को विशेष छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी, ताकि वे अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।
बजट और क्रियान्वयन पर हुआ मंथन
कार्यशाला में जिले के 160 राजकीय विद्यालयों के संस्था प्रधानों और व्यावसायिक प्रशिक्षकों ने भाग लिया। इस दौरान योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए उपलब्ध बजट के सही उपयोग पर विस्तार से चर्चा हुई। 12वीं उत्तीर्ण कर चुकी छात्राओं को उच्च व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिलाने की रणनीति तैयार की गई। प्रशिक्षकों को नई तकनीकों और शिक्षण विधियों से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अरुणा गारू, जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) राजेंद्र गग्गड़, सहायक परियोजना समन्वयक दिनेश कोली और कार्यक्रम अधिकारी सुरेश कोली ने भी अपने विचार साझा किए। स्माइल फाउंडेशन की ओर से मान सिंह शेखावत व जितेन्द्र सिंह शेखावत ने छात्रवृत्ति योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की।


