दरभंगा के भूमाफिया मो. रिजवान पर शिकंजा:ED को भेजी गई जब्ती सूची, 2 साल से जेल में बंद है; भाई बोला- साजिश के तहत फंसाया गया है

दरभंगा के भूमाफिया मो. रिजवान पर शिकंजा:ED को भेजी गई जब्ती सूची, 2 साल से जेल में बंद है; भाई बोला- साजिश के तहत फंसाया गया है

बिहार में नई सरकार के गठन के साथ ही भूमाफिया और बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। इसी कड़ी में सरकार ने जिन भू-माफियाओं की संपत्तियां जब्त करने के लिए सूची प्रवर्तन निदेशालय (ED) को भेजी है, उसमें दरभंगा के कुख्यात भूमाफिया मोहम्मद रिजवान उर्फ राजा का नाम भी शामिल है। बहादुरपुर प्रखंड के मोदामपुर एकमीघाट निवासी मो. रिजवान फिलहाल जेल में बंद है। उस पर जमीन के अवैध कारोबार, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश से जुड़े करीब 32 मामले दर्ज है। आरोप है कि अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों से उसने आलीशान मकान बनवाया और वहां अपने नाम के साथ जदयू के तीर निशान वाली बड़ी तस्वीर भी लगवाई, जिसे लेकर इलाके में लंबे समय से चर्चा थी। निष्पक्ष जांच का भरोसा आरोपी के भाई शम्स तबरेज उर्फ जुगनू ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने दावा किया कि रिजवान के नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं है और जो दिखाई जा रही है, वह उनके बाप-दादा की जमीन है। भाई ने जमीन का कारोबार जरूर किया, लेकिन इस क्षेत्र में कई बार निर्दोष लोगों को भी साजिश के तहत फंसा दिया जाता है। अब तक किसी एजेंसी की ओर से कोई नोटिस नहीं मिला है। मीडिया रिपोर्ट के जरिए ही कार्रवाई की जानकारी मिली है। ED निष्पक्ष जांच करेगी और केवल आरोपी के नाम की संपत्ति ही जब्त होगी। पार्टनर ने 60 लाख दिए थे वहीं, बड़े व्यवसायी पीड़ित दिनेश कुमार महतो ने रिजवान पर गंभीर आरोप लगाए। उनके अनुसार, सैयद मोहम्मद नवाज की करीब 22 कट्ठा जमीन के सौदे में उनके एक पार्टनर ने रिजवान को 60 लाख रुपए दिए थे। जबकि कुल सौदा 5 करोड़ 60 लाख रुपए में तय हुआ था। आरोप है कि उसी जमीन पर रिजवान ने किसी दूसरे व्यक्ति से भी 1 करोड़ 40 लाख रुपए ले लिए। बाद में बातचीत और समझौते की कोशिश हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। फिलहाल मामला अदालत में विचाराधीन है। पीड़ितों का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में करीब 2 करोड़ रुपए फंसे हुए हैं। सरकार की ओर से कार्रवाई की सूचना मिलने के बाद अब उन्हें उम्मीद जगी है कि अदालत के फैसले और जब्ती की प्रक्रिया के बाद उन्हें उनका पैसा वापस मिल सकेगा। न्याय की जगी उम्मीद सरकार की सख्ती और ED की संभावित कार्रवाई से जिले में भूमाफियाओं के बीच खलबली मची हुई है। पीड़ितों में न्याय की आस जगी है। अब सभी की निगाहें जांच एजेंसियों और अदालत के आगामी फैसले पर टिकी है। बिहार में नई सरकार के गठन के साथ ही भूमाफिया और बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। इसी कड़ी में सरकार ने जिन भू-माफियाओं की संपत्तियां जब्त करने के लिए सूची प्रवर्तन निदेशालय (ED) को भेजी है, उसमें दरभंगा के कुख्यात भूमाफिया मोहम्मद रिजवान उर्फ राजा का नाम भी शामिल है। बहादुरपुर प्रखंड के मोदामपुर एकमीघाट निवासी मो. रिजवान फिलहाल जेल में बंद है। उस पर जमीन के अवैध कारोबार, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश से जुड़े करीब 32 मामले दर्ज है। आरोप है कि अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों से उसने आलीशान मकान बनवाया और वहां अपने नाम के साथ जदयू के तीर निशान वाली बड़ी तस्वीर भी लगवाई, जिसे लेकर इलाके में लंबे समय से चर्चा थी। निष्पक्ष जांच का भरोसा आरोपी के भाई शम्स तबरेज उर्फ जुगनू ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने दावा किया कि रिजवान के नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं है और जो दिखाई जा रही है, वह उनके बाप-दादा की जमीन है। भाई ने जमीन का कारोबार जरूर किया, लेकिन इस क्षेत्र में कई बार निर्दोष लोगों को भी साजिश के तहत फंसा दिया जाता है। अब तक किसी एजेंसी की ओर से कोई नोटिस नहीं मिला है। मीडिया रिपोर्ट के जरिए ही कार्रवाई की जानकारी मिली है। ED निष्पक्ष जांच करेगी और केवल आरोपी के नाम की संपत्ति ही जब्त होगी। पार्टनर ने 60 लाख दिए थे वहीं, बड़े व्यवसायी पीड़ित दिनेश कुमार महतो ने रिजवान पर गंभीर आरोप लगाए। उनके अनुसार, सैयद मोहम्मद नवाज की करीब 22 कट्ठा जमीन के सौदे में उनके एक पार्टनर ने रिजवान को 60 लाख रुपए दिए थे। जबकि कुल सौदा 5 करोड़ 60 लाख रुपए में तय हुआ था। आरोप है कि उसी जमीन पर रिजवान ने किसी दूसरे व्यक्ति से भी 1 करोड़ 40 लाख रुपए ले लिए। बाद में बातचीत और समझौते की कोशिश हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। फिलहाल मामला अदालत में विचाराधीन है। पीड़ितों का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में करीब 2 करोड़ रुपए फंसे हुए हैं। सरकार की ओर से कार्रवाई की सूचना मिलने के बाद अब उन्हें उम्मीद जगी है कि अदालत के फैसले और जब्ती की प्रक्रिया के बाद उन्हें उनका पैसा वापस मिल सकेगा। न्याय की जगी उम्मीद सरकार की सख्ती और ED की संभावित कार्रवाई से जिले में भूमाफियाओं के बीच खलबली मची हुई है। पीड़ितों में न्याय की आस जगी है। अब सभी की निगाहें जांच एजेंसियों और अदालत के आगामी फैसले पर टिकी है।  

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