‘मिशन 40 प्लस’ से 90 फीसदी एसएसएलसी परिणाम का लक्ष्य

‘मिशन 40 प्लस’ से 90 फीसदी एसएसएलसी परिणाम का लक्ष्य

– कल्याण कर्नाटक में शिक्षा सुधार की पहल

कल्याण कर्नाटक Karnataka क्षेत्र के सात जिलों में लगातार कमजोर एसएसएलसी (राज्य बोर्ड 10वीं)) परिणामों को देखते हुए राज्य सरकार ने सरकारी और अनुदानित स्कूलों में उपचारात्मक शिक्षण कार्यक्रम ‘मिशन 40 प्लस’ लागू करने का निर्णय लिया है। यह विशेष कक्षाएं जनवरी से मार्च तक आयोजित की जाएंगी, जिसमें छात्रों को तीन श्रेणियों में विभाजित कर अलग-अलग पढ़ाया जाएगा।

कुल 3.44 करोड़ रुपए का प्रावधान

इस पहल का उद्देश्य छात्रों को उत्तीर्ण कराना और इन सात जिलों में एसएसएलसी का परिणाम 90 प्रतिशत तक पहुंचाना है।इस कार्यक्रम के तहत कक्षाएं लेने वाले शिक्षकों को 1000 रुपए प्रति माह मानदेय दिया जाएगा। वहीं, दूर-दराज से आने वाले छात्रों के यात्रा खर्च के लिए प्रत्येक स्कूल को 6000 रुपए उपलब्ध कराए जाएंगे। इस परियोजना के लिए कुल 3.44 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। कल्याण कर्नाटक क्षेत्रीय विकास बोर्ड खर्च वहन करेगा।

वर्ष 2024-25 में कलबुर्गी जिला 41.35 प्रतिशत परिणाम के साथ राज्य में अंतिम स्थान पर रहा। अन्य जिलों में भी परिणाम कमजोर रहे। बल्लारी के 50.91 फीसदी, बीदर के 52.3 फीसदी , कोप्पल के 56.57 फीसदी, रायचूर के 50.76 फीसदी, विजयपुर के (66.78 फीसदी और यादगीर के 59.6 फीसदी छात्र ही उत्तीर्ण हो सके। पूरे कल्याण कर्नाटक क्षेत्र का कुल परिणाम 52.42 प्रतिशत रहा। परीक्षा में शामिल 1,70,788 छात्रों में से केवल 89,519 छात्र उत्तीर्ण हुए, जबकि 82,169 छात्र असफल रहे।

शिक्षक होंगे तैनात

कल्याण कर्नाटक क्षेत्र के सात जिलों में कन्नड़, उर्दू और मराठी माध्यम सहित कुल 1,345 सरकारी हाई स्कूल हैं। इन स्कूलों में उपचारात्मक शिक्षण कार्यक्रम के लिए 7,462 शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।

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