देवरिया में एक स्कूल बस से कुचलकर युवक की मौत का मामला गरमा गया है। पुलिस की कथित लापरवाही और कार्रवाई न होने से नाराज परिजनों व स्थानीय लोगों ने बुधवार को नगर में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बरहज थानाध्यक्ष के निलंबन और स्कूल संचालक की गिरफ्तारी की मांग की है। यह घटना 6 दिसंबर की सुबह करीब 10 बजे नगर पालिका गेट के पास हुई थी। कृष्णा एकेडमी की स्कूल बस ने बाइक से घर लौट रहे 20 वर्षीय रतन सोनकर पुत्र गुड्डू सोनकर को कुचल दिया था। हादसे में युवक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने बस को कब्जे में लिया था, लेकिन कुछ ही देर में उसे छोड़ दिया गया। परिजनों के विरोध के बाद पुलिस ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया था। परिजनों का आरोप है कि इसके बाद थानाध्यक्ष ने अपने चेंबर में समझौता कराया। समझौते के तहत स्कूल संचालक द्वारा पीड़ित परिवार को 14 लाख रुपये देने की बात तय हुई थी। इसमें दो लाख रुपये तत्काल दिए गए, जबकि शेष 12 लाख रुपये 15 दिन के भीतर देने का वादा किया गया था। हालांकि, परिजनों का कहना है कि स्कूल संचालक बाद में अपने वादे से मुकर गया और शेष रकम नहीं दी। न्याय न मिलने से नाराज परिजन और मोहल्ले के लोग बुधवार को फिर सड़क पर उतर आए। करीब दो सौ लोगों ने प्रदर्शन करते हुए नगर की कई दुकानें बंद कराईं और धरने पर बैठ गए। सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी राजेश चतुर्वेदी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से वार्ता कर जाम समाप्त कराने का प्रयास कर रहे हैं। आंदोलनकारी थानाध्यक्ष के निलंबन और स्कूल संचालक की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि थानाध्यक्ष स्कूल बस मालिक को बचाने का प्रयास कर रही हैं और रुपये लेकर मामले को दबाने की कोशिश की गई है। फिलहाल, देवरिया में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बढ़ता जा रहा है।


