झाबुआ में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद कुल 8 लाख 61 हजार 654 मतदाता हो गए हैं। इस प्रक्रिया में 45 हजार 439 अपात्र मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। यह जानकारी रोल प्रेक्षक वंदना वैद्य और कलेक्टर नेहा मीना की अध्यक्षता में राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ हुई स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में दी गई। 14 हजार 55 मृत मतदाता मिले कलेक्टर नेहा मीना ने बताया कि 23 दिसंबर 2025 को प्रकाशित नई सूची के अनुसार, हटाए गए नामों में 14,055 मृत, 22,051 स्थायी रूप से स्थानांतरित, 3,067 गैरमौजूद और 6,176 दोहरी प्रविष्टि वाले मतदाता शामिल हैं। बैठक में जिले की तीन विधानसभा क्षेत्रों के 1113 मतदान केंद्रों पर निर्वाचक नामावली के प्रारूप प्रकाशन की विस्तृत जानकारी साझा की गई। इसके अतिरिक्त, मैपिंग प्रक्रिया के तहत जिले में 3.16 लाख से अधिक सेल्फ मैपिंग और 5.42 लाख से अधिक प्रोजेनी मैपिंग मतदाता दर्ज किए गए हैं। जिन 1964 मतदाताओं की मैपिंग नहीं हो पाई है, उन्हें नोटिस जारी कर जानकारी ली जाएगी। 21 फरवरी 2026 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी पात्र मतदाता का नाम त्रुटिवश सूची से हट गया है, तो वे आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपना दावा पेश कर सकते हैं। दावे और आपत्तियां प्राप्त करने का सिलसिला 14 फरवरी 2026 तक चलेगा, जिसके बाद 21 फरवरी 2026 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। संशोधन के लिए फॉर्म-8 का होगा इस्तेमाल 18 साल की आयु पूरी करने वाले युवा फॉर्म-6 के माध्यम से अपना नाम जुड़वा सकते हैं, जबकि संशोधन के लिए फॉर्म-8 का इस्तेमाल किया जा सकेगा। रोल प्रेक्षक वंदना वैद्य ने जिले में सटीक नामावली तैयार करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने राजनैतिक दलों से आग्रह किया कि वे बूथ लेवल एजेंट (BLA) की सक्रियता सुनिश्चित करें ताकि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे। बैठक में अपर कलेक्टर सी.एस. सोलंकी और उप जिला निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार मंडलोई सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।


