Cancer Treatment News: ब्रेस्ट कैंसर के इलाज को ज्यादा सुरक्षित, सटीक और किफायती बनाने की दिशा में आइआइटी मद्रास के वैज्ञानिकों ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। आइआइटी मद्रास ने ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिवर्सिटी और डीकिन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के साथ मिलकर एक अत्याधुनिक नैनोइंजेक्शन ड्रग डिलीवरी प्लेटफॉर्म विकसित किया है, जो कैंसर की दवा को सीधे कैंसर कोशिकाओं तक पहुंचाता है।
यह नई तकनीक कीमोथेरेपी से अलग है, जिसमें दवा पूरे शरीर में फैल जाती है और स्वस्थ कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंचता है। वैज्ञानिकों ने इस समस्या का समाधान सिलिकॉन नैनोट्यूब आधारित प्रणाली से किया है, जिसमें कीमोथेरेपी दवा को विशेष नैनोआर्कियोसोम्स में भरकर सीधे कैंसर कोशिकाओं के भीतर पहुंचाया जाता है।
तकनीक की खास बातें
- कीमोथेरेपी की तुलना में 23 गुना कम दवा देकर भी कैंसर पर अच्छा असर पड़ता है।
- इससे इलाज का खर्च घटता है और मरीज को होने वाले साइड इफेक्ट भी कम होते हैं।
- यह तकनीक कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोक देती है, जिससे वे नष्ट हो जाती हैं।
- भारत देश जहां महंगे कैंसर इलाज हर किसी की पहुंच में नहीं है,यह तकनीक लोगों के लिए बड़ी राहत बन सकती है।
किफायती इलाज में मददगार
आइआइटी मद्रास की प्रोफेसर स्वाति सुधाकर के अनुसार, यह शोध भविष्य में न केवल ब्रेस्ट कैंसर बल्कि अन्य कैंसरों के इलाज में भी उपयोगी साबित हो सकता है। यह न केवल सुरक्षित है बल्कि किफायती स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में बड़ा कदम है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।


