छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक मृत तेंदुआ मिला। जिसके चारों पंजे कटे हुए थे। इस मामले में वन विभाग ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह तेंदुए के नाखूनों से ताबीज और पंचधातु बनाने की योजना बना रहा था। यह घटना धमतरी वन मंडल के उत्तर सिंगपुर वन परिक्षेत्र की है। दरअसल, 22 दिसंबर 2025 को एक स्थानीय चरवाहे ने वन अमले को कोरगांव स्थित एक कुएं में तेंदुआ गिरने की सूचना दी थी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन कुएं में तेंदुआ नहीं मिला। इसके बाद आसपास के वन क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया गया। तलाशी के दौरान, तेंदुआ आरक्षित वन कक्ष क्रमांक 23, ग्राम कोरगांव (कनडबरा) में मृत अवस्था में पाया गया। निरीक्षण में पाया गया कि मृत तेंदुए के चारों पैरों के पंजे कटे हुए थे, जिससे अवैध शिकार की आशंका हुई। वन विभाग ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ वन अपराध दर्ज कर तत्काल जांच शुरू की। आरोपी के कब्जे से तेंदुए के पंजे, नाखून और हथियार बरामद इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व से डॉग स्क्वॉड की मदद ली गई। करीब 12 घंटे की जांच के बाद वन विभाग ने आरोपी गोवर्धन पटेल (35) निवासी कोरगांव को गिरफ्तार किया। आरोपी के कब्जे से तेंदुए के पंजे, नाखून और हथियार बरामद किए गए हैं। ताबीज और पंचधातु बनाने नाखून का इस्तेमाल आरोपी से पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने तेंदुए के नाखून पैरावट (पुआल का ढेर) में छुपा रखे थे, जिनका इस्तेमाल वह ताबीज और पंचधातु बनाने के लिए करना चाहता था। आरोपी के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। वन मंडल इस मामले के अन्य पहलुओं की भी जांच कर रहा है। पैर काटकर इधर-उधर फेंका धमतरी वन मंडल के एसडीओ मनोज विश्वकर्मा ने बताया कि, आरोपी ने पैरावट में तेंदुआ के नाखून को छुपा कर रखा था। पैर काटकर इधर-उधर फेंक दिया गया था। डॉग के माध्यम से बरामद किया गया। आरोपी से पूछताछ करने पर पता चला कि, नाखून को ताबीज बनाकर पहनेगा और पंच धातु बनाकर पहनेगा।


