ब्यावर में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या-1 प्रवीण चौहान ने मंगलवार रात शहर के रैन बसेरों का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, ब्यावर के निर्देशों पर किया गया। चौहान ने ब्यावर शहरी क्षेत्र में बिदाम देवी बुरड़ धर्मशाला और प्राइवेट बस स्टैंड पर नगर परिषद द्वारा संचालित रैन बसेरों का दौरा किया। कड़ाके की ठंड को देखते हुए, उन्होंने वहां ठहरने वाले लोगों को मिल रही सुविधाओं का गहनता से जायजा लिया। उन्होंने रैन बसेरों में बिस्तर, रजाई, कंबल, तकिया, शुद्ध पेयजल और स्वच्छ शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग ठहरने की समुचित व्यवस्था पर भी जोर दिया। मजिस्ट्रेट ने रैन बसेरा प्रभारी को इन आश्रय स्थलों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा। उन्होंने फुटपाथ और खुले स्थानों पर सोने वाले बेसहारा व्यक्तियों को रैन बसेरों तक पहुंचाने के लिए कर्मचारियों की नियमित ड्यूटी लगाने के भी निर्देश दिए। चौहान ने बताया कि सरकार ने असहाय और बेसहारा व्यक्तियों के लिए रैन बसेरों की स्थापना की है, जिनके पास रात्रि विश्राम की कोई व्यवस्था नहीं होती। इन स्थलों पर वे निशुल्क ठहर सकते हैं और उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। निरीक्षण के दौरान, रैन बसेरों में सर्दी से बचाव के लिए पर्याप्त सामग्री और बिस्तर सेट उपलब्ध मिले। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग हॉल, स्नानघर और शौचालय की व्यवस्था भी संतोषजनक पाई गई। इसके अतिरिक्त, स्थायी विद्युत और जल कनेक्शन भी मौजूद थे।


