सीएमआरआई, कोलकाता और सीके बिरला हॉस्पिटल्स जयपुर की ओर से राजस्थान और पश्चिम बंगाल के स्कूलों में सर्वाइकल कैंसर रोकथाम को लेकर एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमावायरस) टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत शुरुआती चरण में 5,000 युवा लड़कियों को एचपीवी वैक्सीन लगाने का लक्ष्य तय किया गया है।
प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सी. पी. दाधीच ने बताया- इस अभियान के तहत दोनों अस्पतालों ने पात्र लाभार्थियों के लिए नि:शुल्क एचपीवी टीकाकरण क्लीनिक शुरू किए हैं। इसके साथ ही स्कूलों और आसपास के इलाकों में अवेयरनेस सेशन आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें एचपीवी संक्रमण, सर्वाइकल कैंसर के जोखिम और शुरुआती रोकथाम की जरूरत पर जानकारी दी जा रही है।
हर घंटे 9 महिलाओं की जा रही जान
डॉक्टर ने बताया- अवेयरनेस सेशन के दौरान विशेषज्ञ वैक्सीन की सुरक्षा, प्रजनन क्षमता पर असर और इसकी प्रभावशीलता से जुड़े सवालों के जवाब दे रहे हैं और आम गलतफहमियों को दूर किया जा रहा है। उन्होंने बताया- भारत में हर साल 1.27 लाख से ज्यादा महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से प्रभावित होती हैं और करीब 79 हजार महिलाओं की मौत होती है। इसका मतलब है कि हर घंटे 9 महिलाएं इस बीमारी की वजह से जान गंवा रही हैं। भारत में 80 फीसदी से ज्यादा सर्वाइकल कैंसर के मामले एचपीवी टाइप 16 और 18 से जुड़े हैं और समय पर टीकाकरण से 90 फीसदी तक मामलों को रोका जा सकता है।
टीकाकरण के माध्यम से रोकथाम पर फोकस
सीके बिरला हॉस्पिटल्स के वाइस प्रेसिडेंट, अरपित जैन ने बताया- यह पहल सिर्फ टीकाकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि समुदाय स्तर पर जागरूकता बढ़ाकर ऐसी बीमारी से बचाव को मजबूत करना है, जिसे समय रहते रोका जा सकता है।


