Success Story: बिहार के छोटे से गांव का सत्यम चर्चा में है! किसान का बेटा सत्यम ने मेहनत से साबित कर दिया कि सपने उम्र नहीं देखते। भोजपुर के मिडिल क्लास परिवार में जन्मा सत्यम बचपन से ही बेहद प्रतिभाशाली छात्र था।2013 में 13 साल की उम्र में सत्यम ने IIT-JEE पास कर सबको हैरान कर दिया। वो सबसे कम उम्र में IIT-JEE पास करने वाले भारतीय हैं। गांव से देशभर तक वो प्रेरणा स्रोत बन गए। “हौसले बुलंद हों तो उम्र सिर्फ एक नंबर बन जाती है।” सत्यम ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। सत्यम 2026 में एक संस्थान शुरू करने जा रहे हैं, जहां गांव के छात्रों को फ्री में JEE Main और IIT क्रैक करने के टिप्स देंगे, ताकि वे भी अपने सपने साकार कर सकें।
पिता करते थे खेती, बेटे ने रच दिया इतिहास
सत्यम कुमार का जन्म भोजपुर के साधारण किसान परिवार में हुआ, लेकिन उनके सपने असाधारण थे। पढ़ाई में अव्वल सत्यम का सपना इंजीनियर बनना नहीं, कुछ क्रांतिकारी करना था – फेसबुक जैसी तकनीकी क्रांति लाना। इसी जुनून ने उन्हें अलग पहचान दिलाई। IIT-JEE पास कर सत्यम ने अपने शैक्षणिक सफर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
एडवांस्ड मशीन लर्निंग रिसर्च पर कर रहे काम
सत्यम ने IIT कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में B.Tech-M.Tech ड्यूल डिग्री पूरी की, जो देश के टॉप इंजीनियरिंग कोर्सेज में से एक है। लेकिन सत्यम रुके नहीं, उन्होंने अमेरिका से Ph.D की डिग्री हासिल की – अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि!
2023 में Apple की सिरी स्पीच टीम के साथ इंटर्नशिप कर स्पीच और लैंग्वेज टेक्नोलॉजी में एडवांस्ड काम में योगदान दिया। फिलहाल वो अमेरिका में एक प्रमुख टेक फ़र्म के साथ एडवांस्ड मशीन लर्निंग रिसर्च पर काम कर रहे हैं, और इस क्षेत्र के होनहार युवा रिसर्चर्स में से एक हैं।
JEE Main और IIT क्रैक करने का देंगे टिप्स
सत्यम की कहानी बिहार और देश के लिए गर्व का स्रोत है, दिखाती है कि ग्रामीण इलाकों की प्रतिभा दुनिया में क्या हासिल कर सकती है। परिवार में एकेडमिक उत्कृष्टता की विरासत जारी है – छोटे भाई शिवम ने 15 साल की उम्र में JEE Main क्वालिफ़ाई किया, IIT कानपुर से ग्रेजुएशन किया, और अब सैमसंग में हैं। 2026 में सत्यम गांव के छात्रों के लिए संस्थान शुरू करेंगे, जहां JEE Main और IIT क्रैक करने के टिप्स देंगे, उन छात्रों की मदद करेंगे जो सपने देख रहे हैं।


