Saharanpur : उत्तर प्रदेश के सहारनपुर की पहचान दशकों से काष्ठ नगरी के रूप में होती आई है लेकिन अब इसका नया नाम ”नकलीपुर” भी है। सहारनपुर को नकलीपुर यूं ही नहीं कहा जा रहा बल्कि इसकी एक वजह है, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। अभी तक आपने सहारनपुर में नकली घी, नकली तेल, नकली मोबिल ऑयल, नकली मसाले, नकली कपड़े, नकली सौन्दर्य प्रसाधन सामग्री, नकली इलैक्ट्रॉनिक सामान, नकली ऐसेसिरीज और नकली दवाइयां मिलने की खबरें सुनी होंगी लेकिन अब यहां नकली लोग भी सामने आ रहे हैं। न्यायालय में चल रहे मामलों में की जब जांच कराई गई तो उनमें फर्जी जमानती मिले हैं।
सत्यापन में नहीं मिले जमानती
पुलिस की जांच में सहारनपुर में नकली जमानतियों के चेहरों से नकाब उठा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी के मुताबिक जब अदालतों में चल रहे कुछ मामलों की पड़ताल की गई तो फर्जी जमानती होने की आशंका दिखी। इस पर इन मामलों में प्रपत्रों पर अंकित जमानतियों की तलाश कराई गई तो वह धरातल पर मिले ही नहीं। अभी तक 330 मामलों की जांच कराई जा चुकी है। इनमें 79 जमानती फर्जी मिले हैं। इनका भौतिक सत्यापन भी कराया जा चुका है। अब पुष्टि हो जाने पर इनके खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है।
शिकायत पर की गई जांच ( Saharanpur )
पिछले दिनों सहारनपुर में ऐसे मामले सामने आए थे जिनमें कुछ फर्जी जमानतियों ने जमानत ली थी। इसके बाद संदेह होने पर एसएसपी की ओर से अदालतों में विचाराधीन मामलों में जांच कराई गई तो यहां 330 मामलों के 79 जमानती फर्जी मिले। यानि इन्होंने जो पते लिखवाए हुए हैं उन पतों पर कोई रहता ही नहीं। हालांकि चिन्हित किए गए फर्जी जमानतियों की संख्या 85 है लेकिन इनमें से 79 का सत्यापन किया जा चुका है। ये लोग बताए पते पर नहीं मिले अब इनके खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। अभी अन्य का सत्पायन होना शेष है ऐसे में FIR की संख्या बढ़ सकती है।
देवबंद में सबसे अधिक फर्जी जमानती
इससे भी अधिक हैरानी की बात ये है कि सबसे अधिक फर्जी जमानती देवबंद में सामने आए हैं। देवबंद में 60 फर्जी जमानती अब मिल चुके हैं। इन सभी के खिलाफ भी FIR दर्ज कराई गई है। एसएसपी का कहना है कि यह सारी प्रक्रिया कोर्ट की मॉनिटरिंग सेल की ओर से की जा रही है। किसी भी जालसाज को छोड़ा नहीं जाएगा जो भी लोग इस तरह के कार्यों में लिप्त हैं उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा सभी को चिन्हित किया जा रहा है।


