बिजनौर जिले में कड़ाके की सर्दी का सितम जारी है। बुधवार सुबह घना कोहरा छाने से ठंड में और वृद्धि हुई। राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य सड़कों पर विजिबिलिटी कम होने के कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। घने कोहरे के कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ है और तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। ठंड से बचाव के लिए लोग गर्म कपड़ों और गर्म पेय पदार्थों का सहारा ले रहे हैं। बाजारों और सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम देखी गई। स्कूली बच्चों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है, जिन्होंने प्रशासन से स्कूलों में अवकाश घोषित करने की मांग की है। दरअसल, पिछले कई दिनों से जिले में मौसम में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी का असर बिजनौर में भी महसूस किया जा रहा है, जिसके कारण पिछले एक सप्ताह से सर्दी का प्रकोप बना हुआ है। पिछले गुरुवार को धूप निकलने से थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन शुक्रवार सुबह से ही घना कोहरा छाना शुरू हो गया था। यह शनिवार और रविवार को भी जारी रहा। सोमवार और मंगलवार सुबह भी कोहरा रहा, हालांकि मंगलवार दोपहर में धूप निकली थी। बुधवार सुबह से एक बार फिर घना कोहरा छा गया, जिससे ठंड में और वृद्धि दर्ज की गई। कृषि अनुसंधान केंद्र नगीना द्वारा पिछले चार दिनों का मौसम विवरण भी जारी किया गया है। 21 दिसंबर को अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सापेक्ष आर्द्रता 90 और 58 प्रतिशत रही। 22 दिसंबर को अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस रहा, सापेक्ष आर्द्रता 89 और 62 प्रतिशत दर्ज की गई। 23 दिसंबर को अधिकतम तापमान 19.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस रहा, सापेक्ष आर्द्रता 90 और 48 प्रतिशत दर्ज की गई। इस दौरान विजिबिलिटी काफी कम रही, जिससे आवागमन में काफी परेशानी हुई।


