पूर्णिया में आज से तीन दिनों तक कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है। 24, 25 और 26 दिसंबर को जिले में ठिठुरा देने वाली ठंड रहेगी। मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित होता दिख रहा है। शीतलहर कायम है। बर्फीली पछुआ हवा ने कनकनी में पहले से अधिक इजाफा किया है। इन तीनों दिनों में सुबह और शाम लोगों को ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं। तराई क्षेत्र से सटे होने के कारण जिले के उत्तरी हिस्सों में ठंड का असर अधिक महसूस किया जा रहा है। जलालगढ़, बैसा, अमौर और बायसी प्रखंडों में तापमान अन्य इलाकों की तुलना में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक कम रहने की संभावना है। जिससे सुबह और देर शाम ठिठुरन काफी ज्यादा महसूस होगी। तीन दिनों तक जिले के अन्य हिस्सों में भी ठंड का असर लगातार बना रहेगा। 13.7 डिग्री सेल्सियस रहा न्यूनतम तापमान पिछले कुछ दिनों के तापमान पर नजर डालें, तो मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि न्यूनतम तापमान 13.7 डिग्री सेल्सियस। वहीं सोमवार को अधिकतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले रविवार को अधिकतम तापमान 19.6 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 24 से 26 दिसंबर के बीच अधिकतम तापमान 17 से 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान 11 से 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। इसके साथ ही 10 से 15 KM प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली पछुआ हवा के कारण कनकनी में इजाफा दिखेगा। मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव दैनिक भास्कर से बातचीत में मौसम वैज्ञानिक राकेश कुमार ने बताया कि जिले में पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक प्रभाव बना हुआ है। इसी वजह से मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अगले तीन दिनों तक अधिकतम तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 12 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच होगा। पश्चिमी विक्षोभ के कारण सुबह और शाम ठंड और शीतलहर का असर बना रहेगा और लोगों को ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। बढ़ती ठंड का असर अब जनजीवन पर साफ दिखाई देने लगा है। लोग सुबह और देर शाम घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं, जिससे सड़कों पर वाहनों और राहगीरों की आवाजाही कम हो गई है। ठंड से बचाव के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। बुजुर्गों और छोटे बच्चों पर ठंड का असर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है और अस्पतालों में सर्दी-जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ रही है। पैदल चल रही 2 महिला से टकराई बाइक घने कोहरे के कारण सड़क हादसों में भी इजाफा हो रहा है। के.नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत पूर्णिया–सहरसा 107 मुख्य मार्ग पर बिठनौली पश्चिम पंचायत के बनियापट्टी चौक के समीप कोहरे की वजह से एक बाइक अचानक अनियंत्रित हो गई और पैदल चल रही दो महिलाओं से जा टकराई। हादसे में दोनों महिलाएं और बाइक सवार युवक घायल हो गए। कोहरे के कारण दृश्यता कम रहने से खासकर सुबह के समय वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोचिंग संस्थानों के सुबह के संचालन पर रोक बढ़ती ठंड और शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने पहले ही एहतियाती कदम उठा लिए हैं। जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने आदेश जारी कर सभी सरकारी और निजी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, प्री-स्कूलों और कोचिंग संस्थानों के सुबह के संचालन पर रोक लगा दी है। शैक्षणिक संस्थान सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक संचालित किए जाएंगे। आदेश 24 दिसंबर तक प्रभावी है। प्रशासन का कहना है कि यह फैसला छोटे बच्चों और छात्रों को ठंड और शीतलहर से बचाने के उद्देश्य से लिया गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे ठंड को देखते हुए सतर्क रहें, सुबह और देर रात अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें और गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें। खासकर बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है। अगले तीन दिनों तक ठंड और शीतलहर के असर को देखते हुए सतर्कता बरतने की जरूरत है। पूर्णिया में आज से तीन दिनों तक कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है। 24, 25 और 26 दिसंबर को जिले में ठिठुरा देने वाली ठंड रहेगी। मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित होता दिख रहा है। शीतलहर कायम है। बर्फीली पछुआ हवा ने कनकनी में पहले से अधिक इजाफा किया है। इन तीनों दिनों में सुबह और शाम लोगों को ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं। तराई क्षेत्र से सटे होने के कारण जिले के उत्तरी हिस्सों में ठंड का असर अधिक महसूस किया जा रहा है। जलालगढ़, बैसा, अमौर और बायसी प्रखंडों में तापमान अन्य इलाकों की तुलना में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक कम रहने की संभावना है। जिससे सुबह और देर शाम ठिठुरन काफी ज्यादा महसूस होगी। तीन दिनों तक जिले के अन्य हिस्सों में भी ठंड का असर लगातार बना रहेगा। 13.7 डिग्री सेल्सियस रहा न्यूनतम तापमान पिछले कुछ दिनों के तापमान पर नजर डालें, तो मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि न्यूनतम तापमान 13.7 डिग्री सेल्सियस। वहीं सोमवार को अधिकतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले रविवार को अधिकतम तापमान 19.6 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 24 से 26 दिसंबर के बीच अधिकतम तापमान 17 से 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान 11 से 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। इसके साथ ही 10 से 15 KM प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली पछुआ हवा के कारण कनकनी में इजाफा दिखेगा। मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव दैनिक भास्कर से बातचीत में मौसम वैज्ञानिक राकेश कुमार ने बताया कि जिले में पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक प्रभाव बना हुआ है। इसी वजह से मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अगले तीन दिनों तक अधिकतम तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 12 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच होगा। पश्चिमी विक्षोभ के कारण सुबह और शाम ठंड और शीतलहर का असर बना रहेगा और लोगों को ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। बढ़ती ठंड का असर अब जनजीवन पर साफ दिखाई देने लगा है। लोग सुबह और देर शाम घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं, जिससे सड़कों पर वाहनों और राहगीरों की आवाजाही कम हो गई है। ठंड से बचाव के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। बुजुर्गों और छोटे बच्चों पर ठंड का असर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है और अस्पतालों में सर्दी-जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ रही है। पैदल चल रही 2 महिला से टकराई बाइक घने कोहरे के कारण सड़क हादसों में भी इजाफा हो रहा है। के.नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत पूर्णिया–सहरसा 107 मुख्य मार्ग पर बिठनौली पश्चिम पंचायत के बनियापट्टी चौक के समीप कोहरे की वजह से एक बाइक अचानक अनियंत्रित हो गई और पैदल चल रही दो महिलाओं से जा टकराई। हादसे में दोनों महिलाएं और बाइक सवार युवक घायल हो गए। कोहरे के कारण दृश्यता कम रहने से खासकर सुबह के समय वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोचिंग संस्थानों के सुबह के संचालन पर रोक बढ़ती ठंड और शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने पहले ही एहतियाती कदम उठा लिए हैं। जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने आदेश जारी कर सभी सरकारी और निजी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, प्री-स्कूलों और कोचिंग संस्थानों के सुबह के संचालन पर रोक लगा दी है। शैक्षणिक संस्थान सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक संचालित किए जाएंगे। आदेश 24 दिसंबर तक प्रभावी है। प्रशासन का कहना है कि यह फैसला छोटे बच्चों और छात्रों को ठंड और शीतलहर से बचाने के उद्देश्य से लिया गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे ठंड को देखते हुए सतर्क रहें, सुबह और देर रात अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें और गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें। खासकर बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है। अगले तीन दिनों तक ठंड और शीतलहर के असर को देखते हुए सतर्कता बरतने की जरूरत है।


