भास्कर संवाददाता| खरगोन गणित केवल अंकों का विषय नहीं है, बल्कि यह तार्किक और वैज्ञानिक सोच को मजबूत करने का आधार है। यह बात राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर पीजी कॉलेज में आयोजित साप्ताहिक कार्यक्रम का समापन अवसर पर प्रभारी प्राचार्य डॉ. डीएस बामनिया ने कही। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन, संघर्ष और गणित के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान पर सारगर्भित भाषण प्रस्तुत किए। सप्ताहभर चले आयोजन में भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित गणित विषयक पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें वैदिक गणित, प्राचीन भारतीय गणितज्ञों और भारतीय वैज्ञानिक उपलब्धियों से जुड़े ग्रंथ शामिल रहे। साथ ही निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने गणित की उपयोगिता और भारतीय गणित परंपरा जैसे विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। विद्यार्थियों में बढ़ा आत्मविश्वास आयोजन के माध्यम से विद्यार्थियों में गणित के प्रति भय दूर हुआ और उनमें तार्किक सोच, वैज्ञानिक दृष्टिकोण व आत्मविश्वास का विकास हुआ। कार्यक्रम में प्रणिता गुप्ता, डॉ. आरती सुगंधी, सभ्य प्रजापति, प्रेरणा बाथम, पुष्पेंद्र धाकड़, पूजा चौधरी व शैलेंद्र कुशराम सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।


