बिहार पिछले एक सप्ताह से शीतलहर की चपेट में है। बर्फीली हवा ने प्रदेश में कनकनी बढ़ा दी है। ठंड को देखते हुए कई जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 4 जिलों का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रिकॉर्ड किया गया। जबकि 8 जिलों का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस से नीचे है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, ‘आज प्रदेश के 25 जिले कोल्ड डे और घने कोहरे की चपेट में रहेंगे। इनमें 12 जिलों में घने कोहरे और कोल्ड-डे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि 13 जिलों में कोहरे का यलो अलर्ट है। बिहार में 28 दिसंबर तक घने कोहरे और शीतलहर की स्थिति रह सकती है। मनाली के बराबर गयाजी का तापमान सोमवार को गयाजी का पारा 4 डिग्री पहुंच गया जो कि मनाली के तापमान के बराबर था। वहीं, मंगलवार सुबह पटना, जहानाबाद, भागलपुर, जमुई, दरभंगा, खगड़िया, बक्सर समेत करीब 20 जिलों में घना कोहरा छाया रहा। इस दौरान विजिबिलिटी 10 मीटर से कम रही। मौसम की तस्वीरें देखिए… पटना समेत 4 जिलों में स्कूल बंद शीतलहर के कारण पटना और बक्सर के सभी स्कूल 26 दिसंबर तक बंद कर दिए गए हैं। वहीं, बांका में 31 दिसंबर तक, जबकि लखीसराय में 4 जनवरी तक स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं। किशनगंज में शीतलहर की वजह से स्कूल की टाइमिंग में बदलाव किया गया है। स्कूलों में अब सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक पढ़ाई होगी। कोहरे के चलते सारण-आरा में हादसा सारण में कोहरे के कारण एक बाइक, सीमेंट लटे ट्रक से टकराई, जिसमें छात्र की मौत हो गई। वहीं, आरा में एक ट्रैक्टर पैसेंजर ट्रेन से टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रैक्टर के परखच्चे उड़ गए। करीब 500 मीटर तक ट्रेन में फंसकर घसीटता रहा और इंजन में फंस गया। हालांकि किसी तरह का भारी नुकसान नहीं हुआ। अगले 4–5 दिनों तक कोहरे का असर मौसम विभाग के अनुसार, अगले 4 से 5 दिनों में राज्य के बाकी हिस्सों में भी कुछ जगहों पर मध्यम से घना कोहरा देखने को मिल सकता है। खासकर सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रहने की आशंका है। अगले 2 से 3 दिनों के दौरान बिहार के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में 1 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि तापमान में यह बढ़ोतरी लोगों को ठंड से पूरी तरह राहत नहीं दे पाएगी, क्योंकि न्यूनतम तापमान में खास बदलाव के संकेत नहीं हैं। पछुआ जेट स्ट्रीम बना ठंड का कारण मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पछुआ जेट स्ट्रीम समुद्र तल से करीब 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय है और इसकी रफ्तार लगभग 140 नॉट बताई गई है। इसी वजह से उत्तर भारत के साथ-साथ बिहार में भी ठंडी हवाओं का प्रभाव बढ़ गया है। यह स्थिति फिलहाल बनी रहने की संभावना है। बिहार पिछले एक सप्ताह से शीतलहर की चपेट में है। बर्फीली हवा ने प्रदेश में कनकनी बढ़ा दी है। ठंड को देखते हुए कई जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 4 जिलों का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रिकॉर्ड किया गया। जबकि 8 जिलों का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस से नीचे है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, ‘आज प्रदेश के 25 जिले कोल्ड डे और घने कोहरे की चपेट में रहेंगे। इनमें 12 जिलों में घने कोहरे और कोल्ड-डे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि 13 जिलों में कोहरे का यलो अलर्ट है। बिहार में 28 दिसंबर तक घने कोहरे और शीतलहर की स्थिति रह सकती है। मनाली के बराबर गयाजी का तापमान सोमवार को गयाजी का पारा 4 डिग्री पहुंच गया जो कि मनाली के तापमान के बराबर था। वहीं, मंगलवार सुबह पटना, जहानाबाद, भागलपुर, जमुई, दरभंगा, खगड़िया, बक्सर समेत करीब 20 जिलों में घना कोहरा छाया रहा। इस दौरान विजिबिलिटी 10 मीटर से कम रही। मौसम की तस्वीरें देखिए… पटना समेत 4 जिलों में स्कूल बंद शीतलहर के कारण पटना और बक्सर के सभी स्कूल 26 दिसंबर तक बंद कर दिए गए हैं। वहीं, बांका में 31 दिसंबर तक, जबकि लखीसराय में 4 जनवरी तक स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं। किशनगंज में शीतलहर की वजह से स्कूल की टाइमिंग में बदलाव किया गया है। स्कूलों में अब सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक पढ़ाई होगी। कोहरे के चलते सारण-आरा में हादसा सारण में कोहरे के कारण एक बाइक, सीमेंट लटे ट्रक से टकराई, जिसमें छात्र की मौत हो गई। वहीं, आरा में एक ट्रैक्टर पैसेंजर ट्रेन से टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रैक्टर के परखच्चे उड़ गए। करीब 500 मीटर तक ट्रेन में फंसकर घसीटता रहा और इंजन में फंस गया। हालांकि किसी तरह का भारी नुकसान नहीं हुआ। अगले 4–5 दिनों तक कोहरे का असर मौसम विभाग के अनुसार, अगले 4 से 5 दिनों में राज्य के बाकी हिस्सों में भी कुछ जगहों पर मध्यम से घना कोहरा देखने को मिल सकता है। खासकर सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रहने की आशंका है। अगले 2 से 3 दिनों के दौरान बिहार के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में 1 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि तापमान में यह बढ़ोतरी लोगों को ठंड से पूरी तरह राहत नहीं दे पाएगी, क्योंकि न्यूनतम तापमान में खास बदलाव के संकेत नहीं हैं। पछुआ जेट स्ट्रीम बना ठंड का कारण मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पछुआ जेट स्ट्रीम समुद्र तल से करीब 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय है और इसकी रफ्तार लगभग 140 नॉट बताई गई है। इसी वजह से उत्तर भारत के साथ-साथ बिहार में भी ठंडी हवाओं का प्रभाव बढ़ गया है। यह स्थिति फिलहाल बनी रहने की संभावना है।


