सोमवार को घरेलू इक्विटी बाजार में चौतरफा खरीदारी देखने को मिली और प्रमुख सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए। विदेशी निवेशकों की बिकवाली थमने और हालिया गिरावट के बाद वापसी की उम्मीदों ने बाजार की धारणा को सहारा दिया।
बता दें कि निफ्टी 50 में 0.79 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और यह 26,172.4 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि बीएसई सेंसेक्स 0.75 फीसदी चढ़कर 85,567.48 तक पहुंच गया है। मौजूद जानकारी के अनुसार, 16 में से 15 प्रमुख सेक्टरों में बढ़त रही, जिससे बाजार की मजबूती का संकेत मिला।
आईटी सेक्टर और कमोडिटी से जुड़े शेयरों ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। निफ्टी आईटी इंडेक्स में करीब 2.1 फीसदी और मेटल शेयरों में 1.4 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। इसके उलट, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में हल्की कमजोरी रही और इसमें करीब 0.2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
गौरतलब है कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी अच्छी खरीदारी हुई। मिडकैप इंडेक्स करीब 0.8 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स 1.2 फीसदी चढ़कर बंद हुआ है। इससे संकेत मिलता है कि निवेशकों का रुझान केवल बड़े शेयरों तक सीमित नहीं रहा।
दरअसल, निफ्टी पिछले तीन हफ्तों से लगातार दबाव में था। विदेशी पूंजी निकासी, रुपये की कमजोरी और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में देरी की वजह से बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा था। हालांकि, हाल के तीन कारोबारी सत्रों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने करीब 37.76 अरब रुपये की शुद्ध खरीदारी की है, जिससे इस महीने की कुल निकासी घटकर लगभग 120.2 अरब रुपये रह गई।
विश्लेषकों का मानना है कि जब तक कोई बड़ा ट्रिगर या व्यापार समझौते पर स्पष्टता नहीं आती, तब तक बाजार सीमित दायरे में ही रह सकता है। एंजेल वन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट आमार देव सिंह के अनुसार, निफ्टी फिलहाल 25,700 से 26,200 के दायरे में कंसोलिडेट कर रहा है और फिलहाल रेंज-बाउंड ट्रेड की संभावना बनी हुई है।
सोमवार को निवेशकों की धारणा को इस उम्मीद से भी बल मिला कि आने वाले समय में भारतीय रिजर्व बैंक और अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं। इससे इक्विटी बाजार के लिए माहौल अनुकूल बना है।
आईटी शेयरों में लगातार चौथे दिन तेजी दर्ज की गई है। इंफोसिस और विप्रो के शेयरों में 3.1 फीसदी की उछाल आई है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को भारतीय बाजार बंद होने के बाद इन कंपनियों के अमेरिकी एडीआर में अचानक आई मजबूती का असर सोमवार के कारोबार में दिखा है। कमजोर रुपया और सेक्टर रोटेशन भी आईटी शेयरों को समर्थन दे रहे हैं।
मेटल शेयरों को एल्यूमिनियम, कॉपर और सिल्वर जैसी बेस मेटल की कीमतों में आई तेजी से सहारा मिला है। वहीं, श्रीराम फाइनेंस के शेयरों में MUFG डील के बाद 3.7 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। टाटा मोटर्स के शेयर भी 4.4 फीसदी चढ़े हैं, क्योंकि ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने इस स्टॉक पर ‘बाय’ रेटिंग के साथ कवरेज शुरू किया है।
कुल मिलाकर, बाजार में फिलहाल सतर्क आशावाद का माहौल बना हुआ है और निवेशक आने वाले संकेतों पर करीबी नजर बनाए हुए हैं।


