बरेली। अधिवक्ता महजबीन की निर्मम हत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर मंगलवार को बरेली में अधिवक्ताओं का गुस्सा भड़क उठा। कलेक्ट्रेट के सामने मानव श्रृंखला बनाकर वकीलों ने जोरदार नारेबाजी की और चौकी चौराहे से जंक्शन तक का मार्ग घंटों तक जाम रहा।
प्रेमनगर थाना क्षेत्र में हुए इस भयावह हत्याकांड के बाद महजबीन के परिवार और वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने दूसरे दिन भी भूख हड़ताल जारी रखी। वरिष्ठ अधिवक्ता अच्छन अंसारी और महजबीन के चाचा ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा जब एक जज और वकीलों का परिवार इंसाफ के लिए भटक रहा है, तो आम जनता की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
एक महीने बाद भी जांच अधूरी
महजबीन की बहन और अधिवक्ता यासमीन ने रोते हुए कहा हमारी बहन की हत्या दहेज की मांग पूरी न होने पर की गई। सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की बात करती है, लेकिन हकीकत यह है कि बेटियों की जान खतरे में है। जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं होंगे, भूख हड़ताल जारी रहेगी। अधिवक्ता महजबीन की शादी फरवरी 2025 में डॉक्टर तलहा से हुई थी। 9 महीने भी नहीं हुए थे कि ससुराल वालों ने ऑटोमैटिक कार की मांग पूरी न होने पर उसका गला दबाकर हत्या कर दी। अच्छन अंसारी ने बताया पति और सास-ससुर को परिवार ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया, लेकिन देवर और ननदें अब तक बाहर हैं। हत्या को एक महीना गुजर चुका है, लेकिन जांच अधूरी है।
मां की पुकार, पुलिस से भी नोंकझोंक
महजबीन की मां नसीमा बानो ने कहा मेरी बेटी एलएलएम कर रही थी और जज बनना चाहती थी। शादी के बाद ससुराल वालों ने उसकी पढ़ाई रोक दी और डॉक्टर बनाने की बात कही। कभी सोचा नहीं था कि हमारी बेटी इस तरह की निर्मम हत्या की शिकार होगी। वहीं मौके पर पहुंचे कोतवाली प्रभारी सुरेश चंद्र गौतम और अधिवक्ताओं के बीच नोक-झोंक भी हुई। वरिष्ठ अधिवक्ता अच्छन अंसारी ने चेतावनी दी कि अगर दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो अधिवक्ता और परिवार सड़कों पर और सख्त आंदोलन करेंगे।


