सीतामढ़ी के बोखड़ा थाना क्षेत्र के नयाटोल गांव से जुड़ा एक मामला चर्चा में है। सोशल मीडिया पर हथियार के साथ एक युवक की तस्वीर तेजी से वायरल होने के बाद बोखड़ा पुलिस हरकत में आई है। पुलिस ने मामले की सत्यता की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मंगलवार को नयाटोल गांव से एक युवक को हिरासत में लिया है। उसकी पहचान फकीरा यादव के पुत्र श्रवण कुमार के रूप में हुई है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। तस्वीर कब की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं वायरल तस्वीर में युवक कथित तौर पर हाथ में हथियार दिखाते हुए दिख रहा है। हालांकि, यह तस्वीर कब की है, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। पुलिस फोटो की समय-सीमा, परिस्थितियों और वास्तविकता की गहन जांच कर रही है। वायरल तस्वीर के आधार पर युवक को हिरासत में लिया गया बोखड़ा थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर के आधार पर युवक को हिरासत में लिया गया है। जांच में आरोप सही पाए जाने पर संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। सोशल मीडिया पर हथियारों का प्रदर्शन दंडनीय अपराध थानाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि कानून से ऊपर कोई नहीं है, चाहे वह आम नागरिक हो या किसी जनप्रतिनिधि का परिजन। सोशल मीडिया पर हथियारों का प्रदर्शन दंडनीय अपराध है और ऐसे मामलों में पुलिस कोई लापरवाही नहीं बरतेगी। फिलहाल पुलिस जांच जारी है और जांच पूरी होने के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आएगी। सीतामढ़ी के बोखड़ा थाना क्षेत्र के नयाटोल गांव से जुड़ा एक मामला चर्चा में है। सोशल मीडिया पर हथियार के साथ एक युवक की तस्वीर तेजी से वायरल होने के बाद बोखड़ा पुलिस हरकत में आई है। पुलिस ने मामले की सत्यता की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मंगलवार को नयाटोल गांव से एक युवक को हिरासत में लिया है। उसकी पहचान फकीरा यादव के पुत्र श्रवण कुमार के रूप में हुई है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। तस्वीर कब की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं वायरल तस्वीर में युवक कथित तौर पर हाथ में हथियार दिखाते हुए दिख रहा है। हालांकि, यह तस्वीर कब की है, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। पुलिस फोटो की समय-सीमा, परिस्थितियों और वास्तविकता की गहन जांच कर रही है। वायरल तस्वीर के आधार पर युवक को हिरासत में लिया गया बोखड़ा थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर के आधार पर युवक को हिरासत में लिया गया है। जांच में आरोप सही पाए जाने पर संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। सोशल मीडिया पर हथियारों का प्रदर्शन दंडनीय अपराध थानाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि कानून से ऊपर कोई नहीं है, चाहे वह आम नागरिक हो या किसी जनप्रतिनिधि का परिजन। सोशल मीडिया पर हथियारों का प्रदर्शन दंडनीय अपराध है और ऐसे मामलों में पुलिस कोई लापरवाही नहीं बरतेगी। फिलहाल पुलिस जांच जारी है और जांच पूरी होने के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आएगी।


