औरंगाबाद में मंगलवार को समाहरणालय परिसर स्थित स्थित योजना भवन के सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के सांसद सह सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष अभय कुमार सिन्हा ने की। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना तथा सभी राजमार्गों पर यातायात सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करना था। बैठक में जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र के विधायक भी मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त डीएम अभिलाषा शर्मा, उप विकास आयुक्त अन्नया सिंह, जिला परिवहन पदाधिकारी सुनंदा कुमारी, अनुमंडल पदाधिकारी औरंगाबाद एवं दाउदनगर, नगर परिषद अध्यक्ष उदय कुमार गुप्ता सहित सड़क सुरक्षा समिति के सभी सदस्य बैठक में शामिल हुए। सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षा के उपाय से संबंधित साइन बोर्ड लगाने का दिया गया निर्देश बैठक के दौरान माननीय अध्यक्ष द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19, 139 एवं 120 पर सड़क सुरक्षा उपायों की समीक्षा की गई। उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रत्येक 1 से 2 किलोमीटर की दूरी पर निर्धारित गति सीमा से संबंधित साइन बोर्ड, संकेतक तथा रिफ्लेक्टिव टेप अनिवार्य रूप से लगाए जाएँ, ताकि वाहन चालकों को स्पष्ट मार्गदर्शन मिल सके और दुर्घटनाओं की संभावना कम हो।सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए सांसद श्री अभय कुमार सिन्हा ने ट्रैफिक उपाधीक्षक को स्पीड गन के माध्यम से वाहनों की जाँच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ओवरस्पीडिंग सड़क हादसों का प्रमुख कारण है और इस पर सख्ती से नियंत्रण आवश्यक है। गुड सेमेरिटन अवार्ड योजना की बढ़ाई गई है राशि बैठक में गुड सेमेरिटन अवार्ड योजना पर भी विशेष चर्चा हुई। अध्यक्ष ने जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए, ताकि सड़क दुर्घटना में घायलों की सहायता करने वाले नागरिक बिना किसी भय के आगे आ सकें और उन्हें सम्मानित किया जा सके। सड़क दुर्घटना में किसी घायल को अस्पताल पहुंचने वाले गुड सेमेरिटन अवार्ड दिया जाता है। पूर्व में प्रोत्साहन राशि के रूप में पांच हजार रुपए दिए जाने का प्रावधान था। लेकिन हाल के दिनों में प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर 25 हजार रुपए कर दिया गया है। बताते चलेंगे औरंगाबाद में प्रत्येक वर्ष सड़क दुर्घटना में लगभग 350 लोगों की मौत होती है। सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की नहीं, समाज की सामूहिक जिम्मेवारी भी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 से शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवेश करने वाले सभी प्रमुख स्थलों पर पहचान चिन्ह (आईडेंटिफिकेशन साइनज) लगाने का निर्देश दिया गया। इससे वाहन चालकों को मार्ग पहचानने में सुविधा होगी और ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रूप से संचालित हो सकेगी।बैठक के दौरान सड़क सुरक्षा से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण विषयों जैसे ट्रैफिक नियमों का पालन, दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान, संकेतकों की नियमित निगरानी एवं रखरखाव पर भी विस्तृत चर्चा की गई।अध्यक्ष ने सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने पर जोर देते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।अंत में यह विश्वास व्यक्त किया गया कि बैठक में दिए गए निर्देशों के प्रभावी क्रियान्वयन से जिले में सड़क दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आएगी और आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। औरंगाबाद में मंगलवार को समाहरणालय परिसर स्थित स्थित योजना भवन के सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के सांसद सह सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष अभय कुमार सिन्हा ने की। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना तथा सभी राजमार्गों पर यातायात सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करना था। बैठक में जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र के विधायक भी मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त डीएम अभिलाषा शर्मा, उप विकास आयुक्त अन्नया सिंह, जिला परिवहन पदाधिकारी सुनंदा कुमारी, अनुमंडल पदाधिकारी औरंगाबाद एवं दाउदनगर, नगर परिषद अध्यक्ष उदय कुमार गुप्ता सहित सड़क सुरक्षा समिति के सभी सदस्य बैठक में शामिल हुए। सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षा के उपाय से संबंधित साइन बोर्ड लगाने का दिया गया निर्देश बैठक के दौरान माननीय अध्यक्ष द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19, 139 एवं 120 पर सड़क सुरक्षा उपायों की समीक्षा की गई। उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रत्येक 1 से 2 किलोमीटर की दूरी पर निर्धारित गति सीमा से संबंधित साइन बोर्ड, संकेतक तथा रिफ्लेक्टिव टेप अनिवार्य रूप से लगाए जाएँ, ताकि वाहन चालकों को स्पष्ट मार्गदर्शन मिल सके और दुर्घटनाओं की संभावना कम हो।सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए सांसद श्री अभय कुमार सिन्हा ने ट्रैफिक उपाधीक्षक को स्पीड गन के माध्यम से वाहनों की जाँच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ओवरस्पीडिंग सड़क हादसों का प्रमुख कारण है और इस पर सख्ती से नियंत्रण आवश्यक है। गुड सेमेरिटन अवार्ड योजना की बढ़ाई गई है राशि बैठक में गुड सेमेरिटन अवार्ड योजना पर भी विशेष चर्चा हुई। अध्यक्ष ने जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए, ताकि सड़क दुर्घटना में घायलों की सहायता करने वाले नागरिक बिना किसी भय के आगे आ सकें और उन्हें सम्मानित किया जा सके। सड़क दुर्घटना में किसी घायल को अस्पताल पहुंचने वाले गुड सेमेरिटन अवार्ड दिया जाता है। पूर्व में प्रोत्साहन राशि के रूप में पांच हजार रुपए दिए जाने का प्रावधान था। लेकिन हाल के दिनों में प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर 25 हजार रुपए कर दिया गया है। बताते चलेंगे औरंगाबाद में प्रत्येक वर्ष सड़क दुर्घटना में लगभग 350 लोगों की मौत होती है। सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की नहीं, समाज की सामूहिक जिम्मेवारी भी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 से शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवेश करने वाले सभी प्रमुख स्थलों पर पहचान चिन्ह (आईडेंटिफिकेशन साइनज) लगाने का निर्देश दिया गया। इससे वाहन चालकों को मार्ग पहचानने में सुविधा होगी और ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रूप से संचालित हो सकेगी।बैठक के दौरान सड़क सुरक्षा से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण विषयों जैसे ट्रैफिक नियमों का पालन, दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान, संकेतकों की नियमित निगरानी एवं रखरखाव पर भी विस्तृत चर्चा की गई।अध्यक्ष ने सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने पर जोर देते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।अंत में यह विश्वास व्यक्त किया गया कि बैठक में दिए गए निर्देशों के प्रभावी क्रियान्वयन से जिले में सड़क दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आएगी और आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।


