उदयपुर की ओल्ड सिटी में वन-वे लागू करेंगे:व्यापारियों ने प्रतिष्ठान बंद रखे, बोले जाम से व्यापार प्रभावित हो रहा, पुलिस-हम तैयार है

उदयपुर की ओल्ड सिटी में वन-वे लागू करेंगे:व्यापारियों ने प्रतिष्ठान बंद रखे, बोले जाम से व्यापार प्रभावित हो रहा, पुलिस-हम तैयार है

उदयपुर शहर के पुराने शहर में जाम की समस्या को लेकर परेशान स्थानीय वासियों और व्यापारियों ने आज विरोध दर्ज कराते हुए कुछ समय अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। बाद में जनप्रतिनिधि और पुलिस अधिकारियों ने वहां पहुंच कर बात सुनी। सबकी मांग थी कि इस क्षेत्र में वन वे ट्रैफिक व्यवस्था रखी जाए। उदयपुर की ओल्ड सिटी क्षेत्र में लंबे समय से लंबित वन वे ट्रैफिक व्यवस्था को लागू कराने की मांग को लेकर स्थानीय निवासियों के साथ ही जगदीश चौक क्षेत्र के व्यापारियों, होटल और रेस्टोरेंट संचालकों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर जगदीश चौक में धरना दिया और प्रशासन की अनदेखी पर नाराजगी जताई। व्यापारियों का कहना है कि पिछले कई महीनों से प्रशासन से लगातार मांग की जा रही है कि ओल्ड सिटी में वन वे ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू किया जाए, ताकि रोजाना लगने वाले जाम से राहत मिल सके। उन्होंने बताया कि पूर्व में नगर निगम बोर्ड की बैठक में इस क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित करने का प्रस्ताव भी पारित हो चुका है, इसके बावजूद अब तक इसे जमीन पर लागू नहीं किया गया।
व्यापारियों ने आशंका जताई कि आगामी मार्च तक पर्यटन सीजन अपने चरम पर रहेगा। ऐसे में यदि ट्रैफिक व्यवस्था नहीं सुधरी तो न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि उदयपुर आने वाले लाखों पर्यटकों को भी भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा, जिससे शहर की छवि पर भी असर पड़ेगा। धरने के दौरान प्रशासन द्वारा तय किए गए वन वे रूट को जल्द लागू करने की मांग दोहराई गई। प्रस्तावित रूट के अनुसार रंग निवास से जगदीश चौक और सिटी पैलेस, सिटी पैलेस से हाथीपोल की ओर तथा चांदपोल से जगदीश चौक होते हुए घंटाघर के रास्ते हाथीपोल की ओर यातायात संचालन किया जाना है। प्रदर्शन में ओल्ड सिटी वेलफेयर कमेटी के अक्षय सिंह राव, प्रदीप सेन, पूर्व पार्षद कुलदीप जोशी, कांग्रेस नेता गोपाल नगर, प्रतीक नागर, धर्मेंद्र सिंह राठौड़, कैलाश सोनी, जगदीश शर्मा, दिनेश मकवाना सहित कई व्यापारी और स्थानीय लोग मौजूद रहे। व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही वन वे और नो व्हीकल जोन को लेकर ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इस दौरान भाजपा शहर अध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़, पूर्व डिप्टी मेयर पारस सिंघवी भी मौके पर पहुंचे। सिंघवी ने कहा कि हमने बोर्ड में भी इसका प्रस्ताव लिया था। सिंघवी ने कहा सबकी भावना के अनुसार निर्णय किया जाए। एडिशनल एसपी सिटी उमेश ओझा ने बताया कि व्यवस्था तो लागू कर देंगे लेकिन सबकी भागीदारी होगी तब ही परिणाम सामने आएंगे। व्यवस्था लागू करने के बाद सबको इसकी पालना करनी होगी तो पुलिस सख्ती से इसकी पालना करा देगी।

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