पटना- ऑटो लिफ्टर गैंग का खुलासा:मोबाइल और सामान लूटने वाले 5 बदमाश पकड़ाए, ऑटो लगाकर राहगीर का कर रहे थे इंतजार

पटना- ऑटो लिफ्टर गैंग का खुलासा:मोबाइल और सामान लूटने वाले 5 बदमाश पकड़ाए, ऑटो लगाकर राहगीर का कर रहे थे इंतजार

पटना के जक्कनपुर इलाके के मीठापुर से 2 शातिर बदमाश पकड़े गए हैं। जो ऑटो लिफ्टर गैंग से जुड़े हैं। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर 3 अन्य बदमाशों को भी पकड़ा है। जिनसे फिलहाल पूछताछ जारी है। इसमें 2 नाबालिग भी हैं, जिनका काम चोरी का मोबाइल बेचना था। इस मामले में कुल 5 बदमाश अभी तक पकड़े गए हैं। जिनके पास से लूट के मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। जक्कनपुर पुलिस को सूचना मिली कि मीठापुर बाईपास में एक ऑटो खड़ा है। इस ऑटो में जो भी राहगीर बैठते हैं, उनके साथ लूटपाट होती है। पुलिस जब वहां पहुंचीं तो ऑटो के पास दो लोग मौजूद थे। पुलिस को देखकर इधर उधर तेजी से बढ़ने लगें। पुलिस पास पहुंचकर बोली कि चलो। इसके बाद दौड़कर भागने लगें। फिर दोनों को पुलिसकर्मियों ने पकड़ लिया। थाने पर लाकर पूछताछ की गई तो पूरे नेटवर्क के बारे में पता चला। पूछताछ के दौरान दोनों शातिरों की पहचान विनय कुमार राघोपुर वैशाली, सूरज कुमार धनरूआ पटना के तौर पर हुई। फिलहाल विनय कंकड़बाग और सूरज रामकृष्णा नगर में रेंटर पर रहते हैं। ऑटो में बैठे लोगों को बनाते थे शिकार पहले शातिर राहगीरों को अपने ऑटो में बैठते थे। फिर उनसे रास्ते में लूटपाट की वारदात को अंजाम देते थे। इसमें से एक का आपराधिक इतिहास भी पाया गया है। जो पूर्व में लूटपाट के मामले जेल गया था। जेल से छूटने के बाद फिर से इस धंधे में आ गया था। दो नाबालिग चोरी के मोबाइल फोन और सामान बेचते थे पकड़े गए शातिरों ने बताया है कि लगभग 50 से अधिक मोबाइल फोन लूट चुके हैं। लूटने के बाद मोबाइल फोन दोनों नाबालिगों को दे देते थे। फिर वो लोग बेचकर इन्हें रुपए देते थे। फिलहाल पुलिस पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है। पटना के जक्कनपुर इलाके के मीठापुर से 2 शातिर बदमाश पकड़े गए हैं। जो ऑटो लिफ्टर गैंग से जुड़े हैं। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर 3 अन्य बदमाशों को भी पकड़ा है। जिनसे फिलहाल पूछताछ जारी है। इसमें 2 नाबालिग भी हैं, जिनका काम चोरी का मोबाइल बेचना था। इस मामले में कुल 5 बदमाश अभी तक पकड़े गए हैं। जिनके पास से लूट के मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। जक्कनपुर पुलिस को सूचना मिली कि मीठापुर बाईपास में एक ऑटो खड़ा है। इस ऑटो में जो भी राहगीर बैठते हैं, उनके साथ लूटपाट होती है। पुलिस जब वहां पहुंचीं तो ऑटो के पास दो लोग मौजूद थे। पुलिस को देखकर इधर उधर तेजी से बढ़ने लगें। पुलिस पास पहुंचकर बोली कि चलो। इसके बाद दौड़कर भागने लगें। फिर दोनों को पुलिसकर्मियों ने पकड़ लिया। थाने पर लाकर पूछताछ की गई तो पूरे नेटवर्क के बारे में पता चला। पूछताछ के दौरान दोनों शातिरों की पहचान विनय कुमार राघोपुर वैशाली, सूरज कुमार धनरूआ पटना के तौर पर हुई। फिलहाल विनय कंकड़बाग और सूरज रामकृष्णा नगर में रेंटर पर रहते हैं। ऑटो में बैठे लोगों को बनाते थे शिकार पहले शातिर राहगीरों को अपने ऑटो में बैठते थे। फिर उनसे रास्ते में लूटपाट की वारदात को अंजाम देते थे। इसमें से एक का आपराधिक इतिहास भी पाया गया है। जो पूर्व में लूटपाट के मामले जेल गया था। जेल से छूटने के बाद फिर से इस धंधे में आ गया था। दो नाबालिग चोरी के मोबाइल फोन और सामान बेचते थे पकड़े गए शातिरों ने बताया है कि लगभग 50 से अधिक मोबाइल फोन लूट चुके हैं। लूटने के बाद मोबाइल फोन दोनों नाबालिगों को दे देते थे। फिर वो लोग बेचकर इन्हें रुपए देते थे। फिलहाल पुलिस पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है।  

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