जहानाबाद जिले की गोनबा पंचायत के इमादपुर वार्ड नंबर 11 में सरकार की महत्वाकांक्षी नल-जल योजना पिछले आठ सालों से ठप पड़ी है। ग्रामीणों को अब तक इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। गांव में आठ साल पहले पानी की टंकी और कुछ जगहों पर पाइपलाइन बिछाई गई थी, लेकिन आज तक नलों से एक बूंद पानी भी नहीं निकला है। ग्रामीण प्रमोद कुमार ने बताया कि योजना के तहत मोटर से पानी उठाकर टंकी तक पहुंचाने की व्यवस्था कभी शुरू ही नहीं की गई। पानी की टंकी वर्षों से सूखी पड़ी है, जिससे ग्रामीणों की उम्मीदें टूट गई हैं। ग्रामीण विनोद बिंद ने बताया कि पिछले आठ वर्षों से उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं। गांव के निवासी श्रीराम पंडित ने कहा कि ग्रामीणों ने कई बार मुखिया, पंचायत प्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाई है। अधिकारियों की लापरवाही से योजना विफल उन्होंने आवेदन भी दिए और कार्यालयों के चक्कर भी काटे, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अधिकारियों के आश्वासन के बावजूद टंकी आज तक सूखी है। ग्रामीण मन्नू कुमार के अनुसार, नल-जल योजना का मुख्य उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना था, लेकिन इमादपुर में यह योजना पूरी तरह विफल रही है। गर्मी के मौसम में पानी की कमी के कारण ग्रामीणों को दूसरे गांवों या दूर-दराज के इलाकों से पानी लाना पड़ता है, जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों, जिनमें विनोद पंडित, मन्नू बिंद और उपेंद्र कुमार शामिल हैं, ने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द मामले की जांच कर नल-जल योजना को चालू कराने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे गांव के हर घर तक पानी पहुंच सकेगा। जहानाबाद जिले की गोनबा पंचायत के इमादपुर वार्ड नंबर 11 में सरकार की महत्वाकांक्षी नल-जल योजना पिछले आठ सालों से ठप पड़ी है। ग्रामीणों को अब तक इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। गांव में आठ साल पहले पानी की टंकी और कुछ जगहों पर पाइपलाइन बिछाई गई थी, लेकिन आज तक नलों से एक बूंद पानी भी नहीं निकला है। ग्रामीण प्रमोद कुमार ने बताया कि योजना के तहत मोटर से पानी उठाकर टंकी तक पहुंचाने की व्यवस्था कभी शुरू ही नहीं की गई। पानी की टंकी वर्षों से सूखी पड़ी है, जिससे ग्रामीणों की उम्मीदें टूट गई हैं। ग्रामीण विनोद बिंद ने बताया कि पिछले आठ वर्षों से उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं। गांव के निवासी श्रीराम पंडित ने कहा कि ग्रामीणों ने कई बार मुखिया, पंचायत प्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाई है। अधिकारियों की लापरवाही से योजना विफल उन्होंने आवेदन भी दिए और कार्यालयों के चक्कर भी काटे, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अधिकारियों के आश्वासन के बावजूद टंकी आज तक सूखी है। ग्रामीण मन्नू कुमार के अनुसार, नल-जल योजना का मुख्य उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना था, लेकिन इमादपुर में यह योजना पूरी तरह विफल रही है। गर्मी के मौसम में पानी की कमी के कारण ग्रामीणों को दूसरे गांवों या दूर-दराज के इलाकों से पानी लाना पड़ता है, जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों, जिनमें विनोद पंडित, मन्नू बिंद और उपेंद्र कुमार शामिल हैं, ने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द मामले की जांच कर नल-जल योजना को चालू कराने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे गांव के हर घर तक पानी पहुंच सकेगा।


