बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या करने के बाद भारत में जगह-जगह प्रोटेस्ट हो रहे हैं। मंगलवार को हिंदू संगठनों ने दिल्ली स्थित बांग्लादेश हाई कमीशन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प हो गई। इसी बीच बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने अपने दूतावासों की सुरक्षा को लेकर भारतीय राजदूत को तलब किया।
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि बांग्लादेश डिप्लोमैटिक जगहों के खिलाफ पहले से सोची-समझी हिंसा या डराने-धमकाने की ऐसी हरकतों की निंदा करता है, जो न सिर्फ डिप्लोमैटिक लोगों की सुरक्षा को खतरे में डालती हैं, बल्कि आपसी सम्मान और शांति और सहनशीलता के मूल्यों को भी कमज़ोर करती हैं।
भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में आई दरार
बता दें कि भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्तों में कई वजहों से दरार आई है। ये सभी बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नई दिल्ली में देश निकाला से जुड़े हुए हैं। पिछले महीने शेख हसीना को एक बांग्लादेशी कोर्ट ने 2024 में छात्रों के नेतृत्व वाले विद्रोह में हुई जानलेवा हिंसा में शामिल होने के लिए मौत की सजा सुनाई थी।
वहीं कोर्ट के इस फैसले के बाद भारत ने जवाब दिया और कहा कि वह पड़ोसी देश में शांति, लोकतंत्र, समावेश और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि बांग्लादेश भारत से पूर्व पीएम शेख हसीना को सौंपने की मांग कर रहा है।
भारत ने बांग्लादेशी अधिकारी को किया था तलब
इससे पहले भारत ने बांग्लादेश के हाई कमिश्नर को तलब किया था। तब से दोनों देशों के बीच रिश्ते और खराब हो गए। भारत ने पड़ोसी देश में बिगड़ते सिक्योरिटी माहौल और ढाका में भारतीय मिशन की सिक्योरिटी पर असर डाल सकने वाले कट्टरपंथी तत्वों की योजनाओं पर विरोध जताया।
हिंदू संगठनों ने किया प्रदर्शन
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू परिषदों ने बांग्लादेश में दीपू दास की हत्या के विरोध में एक विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प भी हो गई। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड को तोड़ दिया। पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए लाठीचार्ज भी किया।


