छत्तीसगढ़ के धमतरी में जिलास्तरीय गुरु घासीदास लोककला महोत्सव के तहत पंथी नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में दो पंथी टोलियों ने भाग लिया, जिनमें से दो टीमों का चयन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए किया गया है। यह आयोजन प्रतिवर्ष धमतरी के सामुदायिक भवन में किया जाता है। इसमें सतनामी समाज सहित अन्य समाजों के लोग भी शामिल हुए। प्रतिभागियों ने जोश और उमंग के साथ पंथी नृत्य की प्रस्तुति दी और गीतों के माध्यम से गुरु घासीदास बाबा के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाया। पंथी नृत्य में धमतरी की टोलियों ने बाजी मारी आदिमजाति कल्याण विभाग के अधिकारी विमल साहू ने बताया कि 18 दिसंबर के बाद राज्य स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। इसके लिए जिला स्तर पर पंथी टोलियों का चयन किया जाता है। धमतरी से ‘जग के अंजोर ग्राम करेठा’ ने प्रथम और ‘ज्ञान धारा पंथी नृत्य मोतीपुर मगरलोड’ ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। ये दोनों टीमें 26 से 28 दिसंबर को नवागढ़, बेमेतरा में होने वाली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में अपनी प्रस्तुति देंगी। सतनामी समाज के कार्यवाहक अध्यक्ष विजय सोनवानी ने कहा कि पंथी लोक कला को बढ़ावा देने और गुरु घासीदास बाबा के संदेशों को लोगों तक पहुंचाने के लिए यह कार्यक्रम हर वर्ष आयोजित किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि शासन की पहल है कि पंथी नृत्य के माध्यम से बाबा जी के विचारों को जनमानस तक पहुंचाया जाए, ताकि उनके संदेश सार्थक हो सकें।


