Bihar News: बिहार के गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा था कि बिहार में किसी भी माफिया को बख्शा नहीं जाएगा, माफियाओं की लिस्ट तैयार कर ली गई है, बस कोर्ट के ऑर्डर का इंतजार है, सबको जेल में डाला जाएगा। गृह मंत्री के इस ऐलान पर अब कार्रवाई की तैयारी शुरू हो चुकी है। राज्य के भू-माफिया और अवैध बालू खनन से जुड़े 20 बड़े माफियाओं की करीब 54.88 करोड़ से अधिक की अवैध चल-अचल संपत्ति जब्त की जाएगी। इस संबंध में बिहार पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट (EOU) ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को एक प्रस्ताव भेजा है।
रीतलाल यादव के भाई की संपत्ति भी होगी जब्त
माफियाओं की इस लिस्ट में दानापुर के पूर्व RJD विधायक रितलाल यादव के भाई पिंकू यादव उर्फ टिंकू यादव का नाम भी शामिल है। पिंकू यादव और रीतलाल यादव दोनों पहले से जेल में बंद हैं। उन पर एक बिल्डर से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप है।
माफिया नेटवर्क पर जीरो टॉलरेंस
इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट (EOU) के DIG मनजीत सिंह ढिल्लों और SP विनय कुमार तिवारी ने बताया कि माफिया नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। अधिकारियों ने साफ किया कि यह तो बस शुरुआत है और अवैध संपत्तियों की पहचान और जांच जारी रहेगी। EOU ने भू-माफियाओं के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ED) को कुल आठ प्रस्ताव भेजे हैं, साथ ही अवैध रेत खनन में शामिल 12 बालू माफियाओं की संपत्ति अटैच करने की भी सिफारिश की है।
भू-माफियाओं की 39 करोड़ की संपत्ति होगी जब्त
EOU के प्रस्ताव के अनुसार, लैंड माफिया से जब्त की जाने वाली प्रॉपर्टी की कुल अनुमानित कीमत लगभग 39 करोड़ रुपये है। EOU का कहना है कि इन सभी के खिलाफ अवैध रूप से जमीन हड़पने, जाली दस्तावेजों से प्रॉपर्टी हासिल करने और क्रिमिनल नेटवर्क के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिले हैं। जिन भू-माफियाओं की संपत्ति जब्त की जाएगी उनमें पटना के अश्विनी कुमार सिंह, दानापुर के राजबल्लभ कुमार और पारस राय, खुसरुपुर के संजय कुमार उर्फ संतोष डॉन, खगौल के टिकू कुमार, भोजपुर के कामाख्या सिंह, दरभंगा के मो. रिजवान और कैमूर के वीरेंद्र बिंद सहित अन्य नाम शामिल हैं।
बालू माफियाओं की 15.09 करोड़ की संपत्ति सीज होगी
अवैध बालू खनन से जुड़े 12 माफियाओं की करीब 15.09 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त करने की तैयारी है। इसमें प्रमुख रूप से पटना के रामप्रवेश सिंह और विशुन दयाल सिंह, भोजपुर के सोनू खान, विदेशी राय और सुनील कुमार यादव, औरंगाबाद के अमित कुमार, बांका के विभीषण यादव, निलेश यादव, संजय यादव, छोटू यादव, बादल यादव और आजाद यादव के नाम शामिल हैं। इन पर अवैध खनन, राजस्व को नुकसान पहुंचाने और संगठित अपराध से अवैध कमाई के आरोप हैं।
अब ED क्या करेगी?
ED को EOU से भेजा गया प्रस्ताव मिल गया है। केंद्रीय जांच एजेंसी अब इस मामले में पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR की तरह ही एक एनफोर्समेंट केस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट (ECIR) दर्ज करेगी। इसके बाद, यह इस संगठित अपराध में शामिल सभी लोगों की संपत्तियों की जांच करेगी। रिपोर्ट फाइनल होने के बाद, संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।


