सोनीपत में साइबर ठगी का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां फर्जी वॉट्सऐप ग्रुप और प्री-आईपीओ ट्रेडिंग के नाम पर एक व्यक्ति से 21.18 लाख रुपये की ठगी की गई। मामले में साइबर क्राइम थाना सोनीपत में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
सोनीपत के सैक्टर-15 के रहने वाले कुलविन्द्र जीत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 24 अक्टूबर 2025 को उन्हें बिना सहमति के IIFL CAPITAL के नाम से बने वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप के जरिए उन्हें प्री-आईपीओ और ट्रेडिंग में निवेश का लालच दिया गया।
आरोप है कि आरोपियों ने पीड़ित से ऑनलाइन फार्म भरवाए, ग्रुप के माध्यम से ट्रेडिंग और ब्लॉक ट्रेड करवाई। शुरू में कुछ लाभ दिखाकर भरोसा जीत लिया गया और बाद में बड़ी रकम निवेश करवा ली गई।
हाई नेटवर्थ अकाउंट का बहाना
जब पीड़ित ने अपनी रकम निकालने की कोशिश की तो आरोपियों ने यह कहकर मना कर दिया कि उनका खाता हाई नेटवर्थ कैटेगरी में डाल दिया गया है और पैसा ऑटोमैटिक प्री-आईपीओ में चला जाएगा, जबकि इसकी कोई अनुमति नहीं दी गई थी। 21.18 लाख रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर
पीड़ित के अनुसार उन्होंने एनएफटी और आरटीजीएस के माध्यम से कुल 21.18 लाख रुपए विभिन्न फर्मों और खातों में ट्रांसफर किए। बाद में उनके सभी पैसे सीज कर दिए गए और उनसे 18.31 लाख रुपए की अतिरिक्त मांग की जाने लगी।
धोखाधड़ी का एहसास होने पर पीड़ित ने 18 दिसंबर 2025 को 1930 हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद थाना साइबर क्राइम सोनीपत में भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। जांच ASI नवीन को सौंपी गई
मामले की कंप्यूटर प्रतियां तैयार कर डीसीपी, एसीपी और क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट को ई-मेल के माध्यम से भेजी गई हैं। नकल मिशल और असल दरखास्त आगामी कार्रवाई के लिए ASI नवीन को सौंपी गई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और ठगी में शामिल आरोपियों की तलाश की जा रही है।


