KL BRO Biju Rithvik YouTube Subscribers: यकीन करना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन आंकड़े झूठ नहीं बोलते। जरा अपनी कल्पना के घोड़े दौड़ाइए… हमारा पूरा राजस्थान। जी हां, राजस्थान के हर एक शहर, हर गांव और ढाणी में रहने वाले लोगों को अगर एक साथ खड़ा कर दिया जाए, तो उतनी ही भारी-भरकम भीड़ एक अकेले इंसान को यूट्यूब पर फॉलो कर रही है।
ये जनाब कोई बॉलीवुड के ‘खान’ या क्रिकेट के मैदान के ‘विराट’ खिलाड़ी नहीं हैं। ये केरल के एक साधारण से लड़के KL BRO बिजू रित्विक हैं।
साल 2025 अब विदाई ले रहा है और यूट्यूब ने अपनी सालाना रिपोर्ट (Year-Ender Report) जारी कर दी है। इस रिपोर्ट ने जो तस्वीर पेश की है, वो बताती है कि भारत में मनोरंजन की परिभाषा अब पूरी तरह बदल चुकी है। बिजू रित्विक के चैनल पर सब्सक्राइबर्स का आंकड़ा 7.9 करोड़ के पार चला गया है। यह संख्या करीब राजस्थान की आबादी (8.3 से 8.4 करोड़ के आसपास) के बराबर है, बल्कि कई यूरोपीय देशों से भी ज्यादा है।
Silent Vlog Trend: आखिर ऐसा क्या है इनके वीडियो में?
बिजू की कामयाबी का राज सादगी है। जहां बड़े-बड़े प्रोडक्शन हाउस करोड़ो खर्च करके वीडियो बनाते हैं, वहीं बिजू अपने घर-परिवार, हंसी-मजाक और छोटी-छोटी कहानियों को कैमरे में कैद करते हैं। और सबसे मजे की बात? इनके वीडियो में भाषा की कोई दीवार नहीं है। 2025 में खामोशी यानी साइलेंट कॉमेडी ग्लोबल भाषा बन गई है। बिजू हों या कोरियाई ग्रुप KIMPRO, इन्होंने बिना एक शब्द बोले, सिर्फ अपने हाव-भाव और साउंड इफेक्ट्स से करोड़ों भारतीयों को अपना दीवाना बना लिया है।
KL BRO Biju Rithvik: बॉलीवुड और टीवी स्टार्स के लिए खतरे की घंटी
यह रिपोर्ट साफ इशारा कर रही है कि अब स्टारडम सिल्वर स्क्रीन से निकलकर मोबाइल स्क्रीन पर आ गया है। 7.9 करोड़ का फैन बेस होना कोई मजाक नहीं है। आज के दौर में बड़े-बड़े फिल्मी सितारों की फिल्में भी इतने लोगों तक नहीं पहुंच पातीं हैं, जितने लोग रोज इन क्रिएटर्स को देख रहे हैं।
बच्चे अब स्कूल से नहीं, रील से सीख रहे हैं
रिपोर्ट का एक और पहलू बड़ा दिलचस्प है। हमारे घरों के बच्चे और Gen-Z (नई पीढ़ी) अब बातें भी वैसी ही कर रहे हैं, जैसा वो वीडियो में देखते हैं। रिपोर्ट कहती है कि 68% युवा ऐसे शब्द इस्तेमाल कर रहे हैं जो उन्होंने यूट्यूब से सीखे हैं। इटैलियन ब्रेनरॉट जैसे अजीबोगरीब मीम्स हों या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से बने कैरेक्टर, सब कुछ अब हमारी आम बोलचाल में घुल गया है।
हैरानी की बात ये है कि अब भाषा कोई रुकावट नहीं रही। 77% युवा ऐसा कंटेंट देख रहे हैं जो दूसरी भाषाओं से डब किया गया है। मतलब, कंटेंट अगर मजेदार है, तो वो तेलुगु में हो या कोरियन में, भारतीय उसे देख ही लेंगे।
खबरों का नया पता
2025 में एक और बड़ा बदलाव दिखा। जब भी देश में कुछ बड़ा हुआ चाहे वो IPL का फाइनल हो, एशिया कप हो या कोई फिल्म रिलीज युवाओं ने टीवी न्यूज चैनल लगाने के बजाय अपने पसंदीदा यूट्यूबर की बात सुनना ज्यादा पसंद किया है। 76% युवाओं के लिए ब्रेकिंग न्यूज का मतलब अब क्रिएटर्स के वीडियो हैं।
कुल मिलाकर, 2025 ने साबित कर दिया है कि वायरल होने के लिए अब आपको मुंबई जाने की जरूरत नहीं है। आपके पास बस एक फोन होना चाहिए और एक अच्छी कहानी, फिर चाहे आप राजस्थान के किसी गांव में हों या केरल के किसी कस्बे में पूरी दुनिया आपकी मुट्ठी में है।


