अखिलेश दुबे की बेटी और भाई 25-25 हजार के इनामी:दुबे को जेल अस्पताल से बैरक में शिफ्ट किया, सर्वेश और साम्या की तलाश में छापेमारी

अखिलेश दुबे की बेटी और भाई 25-25 हजार के इनामी:दुबे को जेल अस्पताल से बैरक में शिफ्ट किया, सर्वेश और साम्या की तलाश में छापेमारी

जेल में बंद अखिलेश दुबे की बेटी और भाई समेत अन्य फरार आरोपियों के खिलाफ ग्वालटोली थाने की पुलिस ने 25–25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। यह सभी वक्फ बोर्ड की अरबों रुपए की आगमन लॉन वाली संपत्ति को कब्जा करने के मामले में फरार चल रहे हैं। इन सभी के खिलाफ कोर्ट एनबीडब्ल्यू भी जारी कर चुका है। वहीं, दूसरी तरफ अखिलेश दुबे को जेल अस्पताल से बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है। जांच के दौरान पाया गया कि वह बगैर किसी गंभीर बीमारी के अस्पताल में आराम कर रहा था। एक न्यायिक अधिकारी की जांच के बाद उसे अस्पताल से बैरक में भेजा गया। अगर जल्द हाजिर नहीं हुए तो आरोपियों की होगी कुर्की नवाब इब्राहिम हाता परेड निवासी मोइनीद्दीन आसिफ जाह शेख आसिफ जाह ने 13 अगस्त 2025 को ग्वालटोली थाने में अखिलेश दुबे समेत आठ लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोप था कि सिविल लाइंस स्थित आगमन लॉन वाली करोड़ों की वक्त संपत्ति को अखिलेश दुबे, राजकुमार शुक्ला, सर्वेश दुबे, जय प्रकाश दुबे, सौम्या दुबे, शीवांश सिंह उर्फ पप्पू, इंस्पेक्टर सभाजीत समेत अन्य ने फर्जीवाड़ा करके जमीन पर कब्जा कर लिया है। जांच में ग्वालटोली थाने की पुलिस को आरोप सही मिले और पुलिस ने मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर दी है। जमीन को कब्जा करने के लिए मरे हुए व्यक्ति के नाम से पावर ऑफ अटानी कराने के साथ ही गवाह भी बनाया गया है। चार्जशीट दाखिल होने के बाद पुलिस ने कोर्ट से इन सभी नामजद आरोपियों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी कराया था। अब पुलिस ने मामले में फरार चल रहे अखिलेश दुबे के भाई सर्वेश दुबे, बेटी सौम्या दुबे, राजकुमार और जय प्रकाश के खिलाफ 25-25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने बताया कि इन सभी आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीमों को लगाया गया है। जल्द ही इन्हें अरेस्ट करके जेल भेजा जाएगा। फरार आरोपियों के खिलाफ 25–25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया है। अगर सामने नहीं आए तो आरोपियों की आगे कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। दुबे और नारायण को अस्पताल से बैरक में भेजा न्यायिक अधिकारियों ने शुक्रवार को डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह और पुलिस अफसरों के साथ जेल का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान जेल अस्पताल, रसोई घर और बैरकों का निरीक्षण किया गया। सामने आया कि जेल अस्पताल में अखिलेश दुबे और नारायण भदौरिया बगैर किसी बीमारी के एडमिट हैं। जांच के बाद दोनों को बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। जेल अधीक्षक बीडी पांडेय ने बताया कि अखिलेश दुबे को बीमारी के चलते जेल अस्पताल में रखा गया था, लेकिन अब सामान्य होने के चलते बैरक में शिफ्ट किया गया है।

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