मारुफगंज मंडी तक पहुंच होगी आसान पटना साहिब-पटना घाट सड़क बन जाने से मारुफगंज, मंसूरगंज, मालसलामी इलाके की बड़ी आबादी को काफी फायदा होगा। वहीं, राज्य की प्रमुख किराना मंडी मारुफगंज तक व्यापारियों की पहुंच आसान हो जाएगी। दक्षिण बिहार के कारोबारी पटना साहिब स्टेशन से सीधे मारुफगंज और मंसूरगंज मंडी तक बिना जाम झेले पहुंच जाएंगे। जबकि उत्तर बिहार उत्तर बिहार के व्यवसायी जेपी गंगा पथ के जरिए आसानी से यहां आ सकेंगे। पटना| जेपी गंगापथ की पटना घाट कनेक्टिविटी से पटना साहिब रेलवे स्टेशन के बीच बन रही फोरलेन सड़क का काम धीमा चल रहा है। 1.5 किमी लंबी यह सड़क 52.54 करोड़ रुपए में बन रही है। इसका निर्माण पूरा करने की अवधि सिर्फ 3 माह बची है, लेकिन रोड अबतक 35% ही बन पाई है। इस प्रोजेक्ट में अशोक राजपथ पर फ्लाईओवर भी बनना है। दोनों तरफ सर्विस लेन होगी। पटना साहिब स्टेशन से पटना घाट तक पुरानी रेलवे लाइन को उखाड़कर सड़क बनाई जा रही है। सीएम ने 12 महीने में सड़क निर्माण का लक्ष्य तय करते हुए मार्च में कार्यारंभ किया था। तीन परियोजनाओं का काम एक ही एजेंसी को जुलाई 2022 में दिया गया था। एजेंसी ने नुरुद्दीनगंज घाट से धर्मशाला घाट तक 2.9 किमी एलिवेटेड रोड, गंगा पथ दीदारगंज जंक्शन से कच्ची दरगाह-बिदुपुर ब्रिज के एप्रोच तक 750 मीटर फोरलेन रोड बना दी। लेकिन पटना साहिब स्टेशन-पटना घाट सड़क के लिए जमीन नहीं मिलने के कारण काम अटका रहा। केंद्र और राज्य के बीच जमीन के पेच में 2.5 साल तक परियोजना फंसी रही। रेलवे से जमीन मिलने के बाद काम शुरू हो पाया। मारुफगंज मंडी तक पहुंच होगी आसान पटना साहिब-पटना घाट सड़क बन जाने से मारुफगंज, मंसूरगंज, मालसलामी इलाके की बड़ी आबादी को काफी फायदा होगा। वहीं, राज्य की प्रमुख किराना मंडी मारुफगंज तक व्यापारियों की पहुंच आसान हो जाएगी। दक्षिण बिहार के कारोबारी पटना साहिब स्टेशन से सीधे मारुफगंज और मंसूरगंज मंडी तक बिना जाम झेले पहुंच जाएंगे। जबकि उत्तर बिहार उत्तर बिहार के व्यवसायी जेपी गंगा पथ के जरिए आसानी से यहां आ सकेंगे। पटना| जेपी गंगापथ की पटना घाट कनेक्टिविटी से पटना साहिब रेलवे स्टेशन के बीच बन रही फोरलेन सड़क का काम धीमा चल रहा है। 1.5 किमी लंबी यह सड़क 52.54 करोड़ रुपए में बन रही है। इसका निर्माण पूरा करने की अवधि सिर्फ 3 माह बची है, लेकिन रोड अबतक 35% ही बन पाई है। इस प्रोजेक्ट में अशोक राजपथ पर फ्लाईओवर भी बनना है। दोनों तरफ सर्विस लेन होगी। पटना साहिब स्टेशन से पटना घाट तक पुरानी रेलवे लाइन को उखाड़कर सड़क बनाई जा रही है। सीएम ने 12 महीने में सड़क निर्माण का लक्ष्य तय करते हुए मार्च में कार्यारंभ किया था। तीन परियोजनाओं का काम एक ही एजेंसी को जुलाई 2022 में दिया गया था। एजेंसी ने नुरुद्दीनगंज घाट से धर्मशाला घाट तक 2.9 किमी एलिवेटेड रोड, गंगा पथ दीदारगंज जंक्शन से कच्ची दरगाह-बिदुपुर ब्रिज के एप्रोच तक 750 मीटर फोरलेन रोड बना दी। लेकिन पटना साहिब स्टेशन-पटना घाट सड़क के लिए जमीन नहीं मिलने के कारण काम अटका रहा। केंद्र और राज्य के बीच जमीन के पेच में 2.5 साल तक परियोजना फंसी रही। रेलवे से जमीन मिलने के बाद काम शुरू हो पाया।


