भास्कर न्यूज|लोहरदगा राज्य परियोजना निदेशक के निर्देशानुसार डिस्ट्रिक्ट सीएम स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस नदिया हिंदू, लोहरदगा में विशेष अभिभावक–शिक्षक बैठक (पीटीएम) का आयोजन किया गया। इस बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी दास सुनंदा चंद्र मौलेश्वर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य विद्यालय में बच्चों की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना तथा उनकी उपस्थिति में सुधार लाना था। अपने संबोधन में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि शिक्षक और अभिभावक के सामूहिक प्रयास से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव है, जिसमें शैक्षणिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास शामिल है। उन्होंने कहा कि जब घर और विद्यालय मिलकर बच्चों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करते हैं, तब बच्चों के शैक्षणिक परिणाम बेहतर होते हैं और उनकी सफलता की मजबूत नींव रखी जाती है। डीईओ ने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि पीटीएम का उद्देश्य केवल शिकायत या चर्चा नहीं, बल्कि आत्ममंथन है। अभिभावक यह भी सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ खेल प्रतियोगिताओं, एनसीसी एवं अन्य सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भाग ले रहे हैं या नहीं। साथ ही बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजना अत्यंत आवश्यक है, तभी उनका परीक्षाफल उत्कृष्ट हो सकता है। इस विशेष पीटीएम के अवसर पर प्रत्येक कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया, वहीं उनके अभिभावकों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इससे छात्रों और अभिभावकों में उत्साह का माहौल देखने को मिला। कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य निश्छल मिंज, स्कूल मैनेजर अरविंद कुमार अमरेश, एसएमसी सदस्य, विद्यालय के सभी शिक्षक–शिक्षिकाएं, बाल संसद के सदस्य एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी और अभिभावक उपस्थित रहे। भास्कर न्यूज|लोहरदगा राज्य परियोजना निदेशक के निर्देशानुसार डिस्ट्रिक्ट सीएम स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस नदिया हिंदू, लोहरदगा में विशेष अभिभावक–शिक्षक बैठक (पीटीएम) का आयोजन किया गया। इस बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी दास सुनंदा चंद्र मौलेश्वर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य विद्यालय में बच्चों की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना तथा उनकी उपस्थिति में सुधार लाना था। अपने संबोधन में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि शिक्षक और अभिभावक के सामूहिक प्रयास से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव है, जिसमें शैक्षणिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास शामिल है। उन्होंने कहा कि जब घर और विद्यालय मिलकर बच्चों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करते हैं, तब बच्चों के शैक्षणिक परिणाम बेहतर होते हैं और उनकी सफलता की मजबूत नींव रखी जाती है। डीईओ ने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि पीटीएम का उद्देश्य केवल शिकायत या चर्चा नहीं, बल्कि आत्ममंथन है। अभिभावक यह भी सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ खेल प्रतियोगिताओं, एनसीसी एवं अन्य सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भाग ले रहे हैं या नहीं। साथ ही बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजना अत्यंत आवश्यक है, तभी उनका परीक्षाफल उत्कृष्ट हो सकता है। इस विशेष पीटीएम के अवसर पर प्रत्येक कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया, वहीं उनके अभिभावकों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इससे छात्रों और अभिभावकों में उत्साह का माहौल देखने को मिला। कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य निश्छल मिंज, स्कूल मैनेजर अरविंद कुमार अमरेश, एसएमसी सदस्य, विद्यालय के सभी शिक्षक–शिक्षिकाएं, बाल संसद के सदस्य एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी और अभिभावक उपस्थित रहे।


