जोधपुर शहर के रामलीला मैदान (रावण चबूतरा मैदान) में 25 दिसंबर से 4 जनवरी तक होने वाले पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2026 की तैयारियां भूमि पूजन के साथ अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। सोमवार को मेला स्थल पर विधि-विधान से भूमि पूजन किया गया, जिसमें कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल, जनप्रतिनिधि, लघु उद्योग भारती पदाधिकारी और आयोजन समिति के सदस्य सपरिवार शामिल हुए। भूमि पूजन में मंत्री और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी भूमि पूजन में महावीर चोपड़ा-इंदु चोपड़ा, सुरेश बिश्नोई-मधु बिश्नोई, सुधीन्द्र दुग्गड-मीनू दुग्गड़, पंकज भंडारी-ऊषा भंडारी और दीपक माथुर-संगीता माथुर ने हवन में आहुतियां दीं। प्रेस नोट के अनुसार सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी, शहर विधायक अतुल भंसाली, जीव जंतु कल्याण बोर्ड अध्यक्ष जसवंत सिंह बिश्नोई और जेडीए के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह राठौड़ विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि पिछले करीब 35 वर्षों से यह उत्सव जोधपुर में उद्योग, हस्तशिल्प और व्यापार की प्रमुख धुरी के रूप में विकसित हुआ है और इस बार भी देश के लगभग 20 प्रांतों से अलग-अलग हस्तशिल्प उत्पादक अपने उत्पादों का प्रदर्शन और विक्रय करेंगे। नोडल एजेंसी लघु उद्योग भारती, 800 से अधिक स्टॉल उत्सव की नोडल एजेंसी लघु उद्योग भारती है, जिसने जिला प्रशासन और जिला उद्योग केंद्र के साथ मिलकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया है। मेला संयोजकों के अनुसार इस बार 15 विशिष्ट डोम और 800 से अधिक स्टॉल लगाए जा रहे हैं, जिनमें “लोकल फॉर वोकल” के तहत स्थानीय हस्तशिल्पियों और उद्यमियों को प्राथमिकता दी जा रही है। लघु उद्योग भारती के प्रांत महामंत्री और मेला संयोजक सुरेश कुमार बिश्नोई ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2026 की थीम “ऑपरेशन सिंदूर” रखी गई है, जिसके तहत भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। कॉन्फ्रेंस, सेमिनार और B2B प्लेटफॉर्म लघु उद्योग भारती के निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने कहा कि यह केवल मेला नहीं, बल्कि “बिजनेस टू बिजनेस” और “बिजनेस टू कंज्यूमर” के बीच रिश्ते मजबूत करने का प्लेटफॉर्म है। टैक्स, नई संभावनाएं, नए वित्तीय मॉडल, उद्यमियों की समस्याओं, सरकारी योजनाओं और उद्योगपतियों की जरूरतों जैसे विषयों पर अलग-अलग कॉन्फ्रेंस और सेमिनार आयोजित किए जाएंगे, जिनसे जोधपुर और मारवाड़ के उद्यमियों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है। मुख्य समन्वयक महावीर चोपड़ा ने बताया कि पिछले एक महीने से लघु उद्योग भारती की टीम मेले को भव्य और आकर्षक बनाने के साथ-साथ भारतीय सभ्यता और संस्कृति से ओतप्रोत स्वरूप देने पर काम कर रही है, ताकि आगंतुकों को खरीदारी के साथ सांस्कृतिक अनुभव भी मिल सके। सुरक्षा, व्यवस्थाएं और मुख्य मेहमान मेला संयोजकों के अनुसार इस बार उत्सव परिसर में सुरक्षा, पार्किंग, साफ-सफाई और आगंतुकों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिसके लिए प्रशासन, पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय किया गया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के शिरकत करने की संभावना जताई गई है, जबकि पहले के संस्करणों में भी मुख्यमंत्री स्तर के अतिथि उद्घाटन कर चुके हैं। भूमि पूजन के मौके पर संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह, जिला उद्योग केंद्र के अतिरिक्त आयुक्त एवं आयोजन समिति सचिव एस.एल. पालीवाल सहित लघु उद्योग भारती के अनेक पदाधिकारी और व्यापारी संगठन से जुड़े सदस्य उपस्थित रहे और उत्सव को सफल बनाने का संकल्प दोहराया।


