राजगढ़ कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने सोमवार को कलेक्टरेट सभागार में आयोजित समय-सीमा बैठक में अधिकारियों और विभागों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान कई अधिकारियों का तीन-तीन दिन का वेतन काटने का आदेश दिया गया। समय-सीमा से बाहर शिकायतों के मामले में ग्राम पंचायत बारोल, ब्राह्मणगांव, नापानेरा और सीएमओ खुजनेर पर 250-250 रुपए का जुर्माना लगाया गया। तहसीलदार कुरावर पर भी 11 आवेदन समय-सीमा से बाहर होने के कारण जुर्माना लगाया गया। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सी और डी ग्रेड में शामिल विभागों के खिलाफ कार्रवाई के प्रस्ताव कमिश्नर को भेजे जाएं। ई-ऑफिस प्रणाली में जिले को राज्य स्तर पर चौथे स्थान पर लाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए अधिक से अधिक फाइलें बनाने और दर्ज करने के निर्देश दिए गए। मोहनपुरा-कुंडालिया परियोजना, जिला आबकारी अधिकारी और एसडीएम राजगढ़ को फाइल प्रबंधन में सुधार के निर्देश मिले। कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने और पीएमजीएसवाई विभाग द्वारा की गई प्रभावी कार्रवाई की सराहना की। हालांकि, सीएमओ ज्योति सुनहरे, खिलचीपुर को अतिक्रमण हटाने के निर्देशों का पालन न करने पर निलंबित करने का प्रस्ताव आयुक्त को भेजने का आदेश दिया गया। बैठक में सीएमओ और उप संचालक पशु चिकित्सा को कुत्तों की नसबंदी की कार्रवाई तुरंत शुरू करने के निर्देश भी दिए गए। कलेक्टर ने जल अर्पण दिवस और जनसेवा शिविरों की तैयारियों का भी सख्त निरीक्षण किया। डॉ. मिश्रा ने दोहराया कि शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए और लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


