अरवल जिले में विकास कार्यों की जमीनी हकीकत का आकलन करने के लिए जिला पदाधिकारी अमृषा बैस ने सोमवार को सरकारी पंचायत अंतर्गत दुना छपरा गांव का व्यापक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पंचायत सरकार भवन, आंगनवाड़ी केंद्र, अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई, खेल मैदान और जीविका भवन सहित विभिन्न जनोपयोगी एवं विकासात्मक स्थलों का बारीकी से जायजा लिया। निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी ने पंचायत सरकार भवन में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं, साफ-सफाई, रख-रखाव और संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों को मिलने वाले पोषण आहार, पंजी संधारण तथा सुविधाओं की स्थिति का अवलोकन किया गया और आवश्यक सुधार के निर्देश दिए गए। अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई के निरीक्षण के दौरान ठोस कचरा प्रबंधन प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने पर विशेष जोर दिया गया। संबंधित पदाधिकारियों को कचरे के पृथक्करण, नियमित संचालन और स्वच्छता मानकों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। खेल मैदान के निरीक्षण में जिला पदाधिकारी ने खेल सुविधाओं के विकास, मैदान के समतलीकरण तथा नियमित रख-रखाव की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही सोन नदी के किनारे स्थित स्थलों के सौंदर्यीकरण और पार्क के समग्र विकास हेतु कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया गया। नदी तट पर हरियाली विकास, बैठने की व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था और स्वच्छ वातावरण निर्माण को प्राथमिकता देने की बात कही गई। जीविका भवन के निरीक्षण के दौरान स्वयं सहायता समूहों की गतिविधियों, भवन की उपयोगिता और रख-रखाव की स्थिति की समीक्षा की गई। महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए। अंत में जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे निर्धारित समय-सीमा के भीतर निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें तथा विकास कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता बनाए रखें, ताकि आम जनता को अधिकतम लाभ मिल सके। अरवल जिले में विकास कार्यों की जमीनी हकीकत का आकलन करने के लिए जिला पदाधिकारी अमृषा बैस ने सोमवार को सरकारी पंचायत अंतर्गत दुना छपरा गांव का व्यापक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पंचायत सरकार भवन, आंगनवाड़ी केंद्र, अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई, खेल मैदान और जीविका भवन सहित विभिन्न जनोपयोगी एवं विकासात्मक स्थलों का बारीकी से जायजा लिया। निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी ने पंचायत सरकार भवन में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं, साफ-सफाई, रख-रखाव और संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों को मिलने वाले पोषण आहार, पंजी संधारण तथा सुविधाओं की स्थिति का अवलोकन किया गया और आवश्यक सुधार के निर्देश दिए गए। अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई के निरीक्षण के दौरान ठोस कचरा प्रबंधन प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने पर विशेष जोर दिया गया। संबंधित पदाधिकारियों को कचरे के पृथक्करण, नियमित संचालन और स्वच्छता मानकों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। खेल मैदान के निरीक्षण में जिला पदाधिकारी ने खेल सुविधाओं के विकास, मैदान के समतलीकरण तथा नियमित रख-रखाव की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही सोन नदी के किनारे स्थित स्थलों के सौंदर्यीकरण और पार्क के समग्र विकास हेतु कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया गया। नदी तट पर हरियाली विकास, बैठने की व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था और स्वच्छ वातावरण निर्माण को प्राथमिकता देने की बात कही गई। जीविका भवन के निरीक्षण के दौरान स्वयं सहायता समूहों की गतिविधियों, भवन की उपयोगिता और रख-रखाव की स्थिति की समीक्षा की गई। महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए। अंत में जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे निर्धारित समय-सीमा के भीतर निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें तथा विकास कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता बनाए रखें, ताकि आम जनता को अधिकतम लाभ मिल सके।


