कन्नौज तहसील में सोमवार दोपहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मनरेगा योजना का नाम बदलने के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना दिया। यह प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष विजय मिश्रा और दिनेश पालीवाल के नेतृत्व में हुआ। पार्टी नेता और कार्यकर्ता सदर तहसील पहुंचे और एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि मनरेगा योजना का नाम बदलना सरकार का गलत निर्णय है। उनका कहना था कि सरकार महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार योजना के तहत गरीबों और मजदूरों को मिलने वाले काम को बंद करने की साजिश कर रही है। कांग्रेस नेता तारिक वशीर ने इस दौरान कहा कि मनरेगा योजना के तहत राज्य सरकारों को पहले 10 प्रतिशत राशि देनी होती थी। उन्होंने तर्क दिया कि उत्तर प्रदेश सहित कई राज्य पहले से ही कर्ज में हैं। केंद्र सरकार नए नियमों के तहत राज्य सरकारों से इस योजना में 40 प्रतिशत तक बजट खर्च करने की उम्मीद कर रही है। वशीर ने सवाल उठाया कि जब राज्य सरकारें 10 प्रतिशत बजट भी नहीं दे पा रही हैं, तो वे 40 प्रतिशत कैसे देंगी। उन्होंने इसे मजदूरों से रोजगार छीनने की साजिश बताया। इस प्रदर्शन में किरण वर्मा, संगीता सिंह, अहसान उल हक सहित कई अन्य नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


